पटना : राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने अपने और अपने बेटों पर जमीन घाटाले को लेकर लगे आरोपों को लेकर कहा कि वे नहीं चाहते हैं कि उनके बेटे गरीबी में जीवन जिएं। उन्होंने स्वीकार किया कि पटना के करीब जो माॅल निर्माणाधीन है उसमें उनके पुत्रों व राज्य में उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और स्वास्थ्य मंत्री तेजप्रताप यादव की भागीदारी है। गौरतलब है कि लालू प्रसाद यादव के मंत्री पुत्रों पर आरोप लगे थे कि उन्होंने पटना के समीप इस माॅल माॅल के निर्माण के लिए जो जमीन खोदी गई उससे निकली मिट्टी को पटना के चिड़ियाघर में डलवा दिया गया। आरोप लगाए गए हैं कि इस मिट्टी को 44 लाख रूपए में डलवाया गया है। मामले में लालू प्रसाद यादव ने कहा कि निर्माणाधीन माॅल में कुछ भागीदारी बिल्डर की भी है। गौरतलब है कि जिस स्थान पर यह माॅल बन रहा है वह 2 एकड़ का है। इसकी कीमत 60 करोड़ रूपए है। भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने आरोप लगाते हुए कहा था कि इस जमीन को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा असंगत तरीके से लालू यादव के परिजन के लिए सौंप दिया गया। दरअसल उद्योगपति हर्ष कोचर ने प्रेम गुप्ता को यह जमीन बेच दी थी। सुशील कुमार मोदी ने कहा था कि लालू प्रसाद यादव के रेलमंत्री रहते समय कथित तौर पर हर्ष कोचर को पुरी व रांची में 2 होटल लीज़ पर संचालित करने का काॅन्ट्रेक्ट मिला था। राज्य के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने सवाल किया और कहा कि लालू प्रसाद यादव के पुत्रों ने अपनी संपत्ती में इस माॅल की जमीन का कोई उल्लेख नहीं किया। हालांकि इस मामले में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जांच के आदेश दिए हैं। मिट्टी घोटाले पर लालू ने दिया जवाब, कहा: चिड़ियाघर को देते हैं मुफ्त गोबर जेठमलानी ने हमारा केस भी फ्री में लड़ा था - लालू प्रसाद भूषण के ट्वीट पर लालू का पलटवार