डब्लिन: अमेरिका के पेन्सिलवेनिया सुप्रीम कोर्ट द्वारा जारी की गई रिपोर्ट के बाद से विश्व भर में पादरियों द्वारा किए जारी बच्चों के यौन शोषण का विरोध हो रहा है. रिपोर्ट में 300 पादरियों के नाम भी दिए गए थे, जिन्होंने बच्चों का यौन शोषण किया है, साथ ही यह भी बताया गया था कि पादरियों की इस काली करतूत को चर्च प्रशासन द्वारा ढँक दिया जाता है. ट्रंप पर लगा 'शांति विरोधी' होने का आरोप, यह है वजह ऐसे में दुनिया भर के क्रिस्चियन समुदाय के धर्मगुरु पोप फ्रांसिस आयरलैंड पहुंचे हैं, क्योंकि दुनिया भर में यौन शोषण के सबसे ज्यादा मामले आयरलैंड में ही पाए जाते हैं. पोप फ्रांसिस ने दुनिया भर के 1.2 अरब कैथोलिक ईसाईयों को सम्बोधित करते हुए एक पात्र भी लिखा है, जिसमे उन्होंने आम आदमी से इस अपराध के खिलाफ साथ आने की अपील की है, उन्होंने कहा है कि हम सबको मिलकर इस अपराध के खिलाफ लड़ना है और इसे ख़त्म करना है. मदर टेरेसा जन्मदिन विशेष : मानव सेवा को ही अपना धर्म मानती थी मदर टेरेसा वेटिकन सिटी ने पोप की इस यात्रा की जानकारी देते हुए कहा है कि डबलिन की अपनी 36 घंटे के यात्रा के दौरान वह पीड़ितों से मुलाकात करेंगे और यौन शोषण पर बात करने के लिए उनके पास कई मौके भी होंगे. आपको बता दें कि आयरलैंड में यौन शोषण को लेकर लोगों में भारी आक्रोश देखा जा रहा है, साथ ही चर्च द्वारा इन अपराधों पर पर्दा डालने और अपराधी बिशप्स के खिलाफ कार्यवाही न करने के कारण कुछ संगठन पोप के खिलाफ प्रदर्शन करने की भी योजना बना रहे हैं. खबरें और भी:- रोहिंग्या हिंसा एक साल पूरा करे इन्साफ की मांग अमेरिका ने जारी की ब्लैक लिस्ट, 3 एशियाई लोग शामिल पाकिस्तान ने अधिकारियों की इन सुविधाओं पर रोक लगाई