वैटिकन सिटी. पोप फ्रांसिस ने क्रिसमस की पूर्व संध्या पर अपने संदेश में क्रिसमस की बधाई दी. इसके साथ ही 81 वर्षीय पोप ने दुनिया की 1.30 अरब कैथौलिक श्रद्धालुओं से शरणार्थियों की दुर्दशा को नजरअंदाज नहीं करने का आग्रह किया. पोप ने सेंट पीटर्स बैसिलिका में दिए अपने संबोधन में शरणार्थियों के प्रति उदारता दिखाने का संदेश देते हुए कहा कि “खून-खराबा पसंद करने वाले नेताओं की वजह से उन्हें अपनी सरज़मीन छोडऩे पर मजबूर होना पड़ा. पोप ने श्रद्धालुओं से कहा कि “जोसेफ और मेरी के कदमों के नीचे कई लोगों के कदमों के निशान छुपे हैं.” उन्होने कहा कि वह खुद इतालवी प्रवासी के पोते हैं. पोप ने जनता से कहा कि “हम देख रहे हैं कि लाखों लोग अपने प्रियजन और अपनी धरती छोड़ कर खुद से दूर नहीं गए बल्कि उन्हें वहां से भगाया गया.” इसके आगे पोप ने कहा कि “कई सारे मौजूदा शरणार्थी संकट में घिरे हुए हैं जिन्हें उनके नेताओं की वजह से भागना पड़ा जो अपनी सत्ता स्थापित करना चाहते हैं और अपनी संपत्ति में इजाफा करना चाहते हैं. उन्हें मासूमों का खून बाहने से भी गुरेज नहीं है.” आज क्रिसमस के मौके पर पोप पारंपरिक उरबी एत ओरबी संबोधन देंगे. दुनिया का सबसे छोटा क्रिसमस कार्ड पटनायक ने बनाई सांता की सुदर्शन कृति दिल्ली में हर समुदाय ने मिलकर मनाया क्रिसमस