नई दिल्ली: भारत सरकार ने बड़ा कदम उठाते हुए कट्टरपंथी इस्लामी संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ़ इंडिया (PFI) और उससे संबंधित 8 संस्थाओं पर प्रतिबंध (PFI ban) लगा दिया है। फ़िलहाल, बैन (PFI ban) की अवधि 5 साल रखी गई है। केंद्र सरकार ने PFI को देश विरोधी और गैर कानूनी गतिविधियों में संलिप्त पाने के बाद ये कदम उठाया है। अपने आदेश में मोदी सरकार ने PFI और उससे जुड़ी 8 संस्थाओं को देश की सुरक्षा के लिए खतरा करार दिया है। गृह मंत्रालय इस संबंध में अधिसूचना जारी करते हुए बताया गया है कि PFI देश के अलग-अलग हिस्सों में देश विरोधी हरकतों में शामिल थी। मंत्रालय का कहना है कि PFI के सदस्य अपनी गैर-कानूनी हरकतों को दोहराते जा रहे थे। गृह मंत्रालय ने अपने आदेश में कहा है कि PFI अपनी सहयोगी संस्थाओं की सहायता से मुस्लिम छात्रों, महिलाओं, वकीलों और इमामों ओके को बरगलाता था। गृह मंत्रालय के आदेश में PFI को जड़ और बैन (PFI ban) की गई अन्य सहयोगी संस्थाओं को सिरा (Tip) की संज्ञा दी गई है। आदेश के अनुसार, PFI के कैडर देश के संवैधानिक ढाँचे के प्रति अनादर का भाव रखते हैं। PFI द्वारा किए गए अपराध :- PFI और इसके सदस्यों के खिलाफ अलग-अलग राज्यों में 1300 से अधिक आपराधिक केस दर्ज हैं। PFI के ताल्लुक अंतरराष्ट्रीय आतंकी संगठनों से भी पाए गए हैं। इसके सदस्य (खासकर केरल से) आतंकी संगठन ISIS की ओर से लड़ने के लिए सीरिया, इराक, अफगानिस्तान तक गए हैं। RSS कार्यकर्ताओं की हत्या से लेकर, केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु में हुई कई हत्याओं में PFI सीधे तौर पर शामिल रहा है। केवल में प्रोफेसर जोसफ का हाथ भी PFI ने ही काटा था। खतरनाक हथियार और गोला-बारूद रखने के मामले में कोर्ट, PFI के 41 कैडरों को सजा सुना चुका है। इस संगठन को मुस्लिम देशों से फंडिंग प्राप्त होती है और ये देश के मुस्लिम युवाओं को भड़काकर उन्हें हिन्दुओं के खिलाफ लड़ने की ट्रेनिंग देता है। केरल और तेलंगाना के जंगलों में PFI ने ट्रेनिंग कैंप भी खोल रखे हैं, जिनमे मुस्लिम युवाओं को आतंक की शिक्षा दी जाती है और देशविरोधी गतिविधियों के लिए तैयार किया जाता है। मूर्तिपूजकों यानी हिन्दुओं को काटना सीखा रहा PFI :- जांच एजेंसियों और पुलिस द्वारा की गई छापेमारी में लखनऊ के खदरा से अरेस्ट किए गए अहमद बेग नदवी के पास से विस्फोटक बनाने की प्रयोग विधि बरामद हुई है। सुरक्षा एजेंसियों ने बताया कि, यह विस्फोटक बनाने का कोर्स था। इस पर्चे की शुरुआत में कुरान की आयत लिखी हुई थी, जो युद्ध के दौरान लड़ाकों के लिए प्रयोग हुई थी। इस पर्चे में 'मूर्तिपूजकों (हिन्दुओं) को देखते ही काट डालने' तक की नफरत से शुरुआत की गई है। इसके साथ ही नीचे विस्फोटक बनाने की पूरी विधि के साथ पर्चे के अंत में PFI का झंडा और दिल्ली के कालिंदी कुंज स्थित हेडक्वार्टर का एड्रेस लिखा हुआ था। वहीं, तमिलनाडु में बरकतुल्लाह के घर हुई छापेमारी में सुरक्षा एजेंसियों ने 2 लॉरेंस डिवाइस बरामद की थी। ये वायरलेस सेट नुमा उपकरण है। बंगलौर के शाहिद खान के घर पर छापेमारी के दौरान भारी मात्रा में नकद मिला था। इस कैश में 500 और 2000 की नोट शामिल थे। सुरक्षा एजेंसियों के अनुसार, उन्हें आतंकी संगठन ISIS और गज़वा-ए-हिन्द (हिंदुस्तान में इस्लामी शासन स्थापित करना) से संबंधित साहित्य के साथ भड़काऊ CD भी बरामद हुईं हैं। सुरक्षा एजेंसियों ने ये भी बताया है कि छापेमारी की भनक लगते ही आरोपितों द्वारा कई सबूत नष्ट कर दिए गए हैं। यादवों से मुस्लिम काफी अधिक हैं.., इसलिए 'मुसलमान' को सपा अध्यक्ष बनाएं अखिलेश यादव आज से लखनऊ में सपा का राष्ट्रीय अधिवेशन, फिर होगी अखिलेश की ताजपोशी यूपी के मदरसों में अब 6 घंटे होगी पढ़ाई, योगी सरकार ने बदल दिए नियम