'राजभर बस्ती में ही नहीं जा सकता ओपी राजभर..', क्या सुभासपा प्रमुख के बुरे दिन आ गए ?

लखनऊ: समाजवादी पार्टी (सपा) से गठबंधन टूटने के बाद सुहलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) में सब कुछ पहले जैसा नहीं चल रहा है। बीते दिनों में सुभासपा प्रमुख ओम प्रकाश राजभर पर उन्हीं की पार्टी के कई बड़े नेताओं ने गंभीर आरोप लगाते हुए पार्टी छोड़ दी थी। वहीं शुक्रवार (23 सितंबर) को राजभर के खिलाफ मऊ में पोस्टर देखने को मिले हैं। इन पोस्टर्स में लिखा गया है कि, ‘सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर का बस्ती में आना मना है।'

गौरतलब है कि, ओपी राजभर अपनी सावधान यात्रा के दौरान मऊ के घोसी विधानसभा में 18 अक्टूबर को एक रैली करने वाले हैं। राजभर की इस रैली को लेकर अभी से बस्ती के लोगों ने विरोध करना शुरू कर दिया है, जो ओम प्रकाश राजभर के लिए अच्छे संकेत नहीं कहा जा सकता है। वहीं, विरोध में लगे पोस्टर को लेकर ओपी राजभर ने कहा है कि वह लोग हमारा विरोध नहीं, बल्कि वह हमारा प्रचार कर रहे हैं। शुक्रवार (23 सितंबर) को प्रदेश स्तरीय पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करने के लिए राजभर मऊ पहुंचे थे। 

वहीं मऊ के घोसी विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले लखीमपुर गांव कि राजभर बस्ती में ओमप्रकाश राजभर का राजभर बस्ती में आना मना है, लिखा हुआ बैनर लगाया गया। इसके साथ ही गांव में दीवारों पर पर भी यह पोस्टर लगे पाए गए हैं। अभी तक तो ओपी राजभर का विरोध पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं द्वारा पार्टी से इस्तीफा देकर किया जा रहा था, मगर, अब इनके खिलाफ बैनर और पोस्टर वार भी बागी हुए कार्यकर्ताओं पदाधिकारियों ने लगाना आरम्भ कर दिया है।

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