चेन्नई: तमिलनाडु की द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) पार्टी के जल संसाधन मंत्री दुरईमुरुगन के भाषण के दौरान बिजली गुल होने की गाज बिजली बोर्ड के दो कर्मचारियों पर गिरी। बताया जा रहा है यह पूरा मामला वेल्लोर जिले के उनके निर्वाचन क्षेत्र कटपडी का है। जी दरअसल यहाँ दुरईमुरुगन बीते सोमवार को एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। हालाँकि अचानक उनके संबोधन के बीच ही बिजली गुल हो गई। इस दौरान उन्हें कटपडी गर्ल्स हायर सेकेंडरी स्कूल की छात्राओं को निशुल्क साइकिलें भी मुहैया करानी थी। वहीं इस दौरान छात्राओं को संबोधित करते हुए दुरईमुरुगन अपने स्कूली जीवन की कुछ यादें साझा कर रहे थे कि तभी बिजली गुल हो गई, जिससे उनके माइक ने काम करना बंद कर दिया। यह सब देखने के बाद मंत्री ने बिजली सप्लाई बहाल होने का कुछ मिनटों तक इंतजार भी किया लेकिन सप्लाई बहाल नहीं हो सकी, जिसके बाद उन्होंने इस सरकारी कार्यक्रम को बीच में ही छोड़ दिया। वहीं इसके बाद बीते मंगलवार को तमिलनाडु जेनरेशन एंड डिस्ट्रिब्यूशन कॉरपोरेशन (बिजली बोर्ड) के दो सहायक इंजीनियर्स का तबादला कर दिया गया। बताया जा रहा है वेल्लोर डिस्ट्रिब्यूशन सर्किल के सुपरिंटेंडेंट इंजीनियर रामालिंगम ने इसकी पुष्टि की है कि सहायक इंजीनियर्स किरण कुमार और चिट्टी बाबू का तबादला कर दिया गया। सामने आने वाली रिपोर्ट्स के मुताबिक, उनके तबादले की वजह प्रशासनिक बताई जा रही है। अब इस मामले के बाद कई तरह के सवाल खड़े हो गए हैं क्योंकि तमिलनाडु के ऐसे कई गांव है, जहां बिना किसी सूचना के कई-कई घंटों तक बिजली कटौती की जाती है लेकिन अधिकारियों पर किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं होती। महोबा में बड़ा सड़क हादसा, खतरें में पड़ी दर्जनों स्कूली बच्चों की जान स्मार्टफोन में ब्लास्ट से महिला की मौत, उड़े फोन के चिथड़े! कभी मुंबई की गली में क्रिकेट खेलते थे सूर्यकुमार, टीम इंडिया में लेने के लिए मजबूर हो गए थे चयनकर्ता