किंग्सटन: जमैका के तट और पूर्वी क्यूबा के बीच कैरिबियन सागर में बीते मंगलवार यानी 28 जनवरी 2020 शाम भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए. समाचार एजेंसी एएनआई ने संयुक्त राज्य भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (यूएसजीएस) से यह पता चला है कि इस भूकंप ने मैक्सिको से फ्लोरिडा और उससे आगे तक के विशाल क्षेत्र को हिलाकर रख दिया. यूएसजीएस के अनुसार भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 7.7 आंकी गई. जबकि केमैन द्वीप समूह में देर रात एक बार फिर रिक्टर पैमाने पर 6.1 तीव्रता के दूसरे भूकंप के झटके महसूस किए गए. जंहा इन भूकंपों की तीव्रता को देखते हुए अमेरिका के वैज्ञानिकों ने तटीय इलाके में खतरनाक सुनामी आने की संभावना जताई है. विशेषज्ञों का कहना है कि पहला भूकंप बीते मंगलवार को स्थानीय समयानुसार करीब 7:10 बजे आया. इसका केंद्र तटीय शहर लूसिया के नीचे 10 किलोमीटर की गहराई में था. भूकंप मोंटेगो खाड़ी और जमैका के 140 किलोमीटर उत्तर-पश्चिम में और निक्वैरो, क्यूबा के 140 किलोमीटर पश्चिम-दक्षिण में केंद्रित था. प्रशांत सुनामी चेतावनी केंद्र की ओर से जमैका के तटीय इलाके में सुनामी की चेतावनी जारी की गई है. चेतावनी में कहा गया है कि सुनामी की लहरें क्षेत्र में उठने वाले ज्वार की लहरों के स्तर से करीब एक मीटर ऊंची हो सकती हैं. सुनामी का असर जमैका, बेलीज, क्यूबा, होंडुरास, मैक्सिको और केमैन द्वीप समूह में देखा जा सकता है. वहीं इस बात कि जानकारी मिली है कि फिलहाल किसी तरह की क्षति या नुकसान की कोई रिपोर्ट सामने नहीं आई है. एक अन्य मीडिया रिपोर्ट में सैंटियागो में कैथोलिक सांस्कृतिक केंद्र में काम करने वाली बेल्किस गुरेरो के हवाले से कहा गया है कि क्यूबा के इस दूर-दराज के सबसे बड़े शहर में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए. ईरान में भीषण सड़क हादसा, 9 मरे, 17 घायल पाकिस्तान : इत्र कारखाने जलकर हुए खाक, 11 की मौत, 2 घायल कोरोना वायरस : इमरान ने बुलाई आपात बैठक, 500 छात्रों की जिंदगी पर खतरे के बादल