1- जिस दिन भोग का विस्मरण हो जाये उस दिन समझना की भक्ति सार्थक हुई । 2- प्रभु की महिमा का वर्णन करने से वाणी शुद्ध होती है । 3- प्रभु कथा से प्रभु के लिए प्रेम और निष्ठा निर्माण होती है । 4- ब्रह्माण्ड की व्यवस्था प्रभु करते हैं । 5- प्रभु अपने हर व्रत को सत्य करने वाले हैं । 6- प्रभु सत्यों में परम हैं और सत्य से ही प्राप्त होते हैं । 7- भक्ति के सहारे जीव भगवान के पास पहुँचता है । 8- भक्ति के द्वारा जीव और ईश्वर का सम्बन्ध जुड़ जाता है । 9- प्रभु के जीवन में आते ही जीवन आलौकिक सुख और परमानंद से भर जाता है । 10- प्रभु को साथ रखें तो संसार के हर द्वार स्वतः ही खुल जायेंगे । पाकिस्तान: हिन्दू छात्रा ने की खुदखुशी, वहज जानकर उड़ जाएंगे होश रश्मि देसाई की अंगुली में हुआ फ्रैक्चर, छोड़ना चाहती हैं शो 12वीं पास करें आवेदन, पटवारी पदों पर निकली वैकेंसी