भोपाल: मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने हाल ही में मंत्रालय में आयोजित उच्च शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक के दौरान कई निर्देश दिए हैं। उन्होंने महाविद्यालयों में एक जनवरी, 2021 से प्रैक्टिकल क्लासेज का संचालन करने के निर्देश दे दिए हैं। इसी के साथ उन्होंने इस दौरान यह भी कहा कि, 'कोविड-19 की गाइड-लाइन को ध्यान में रखते हुए 50 प्रतिशत क्षमता के साथ सामाजिक दूरी का पालन करते हुए तीन-तीन दिन के लिए बैच निर्धारित कक्षाएं शुरू की जाएं।' इसके अलावा मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि, 'उच्च शिक्षा प्राप्त करने के इच्छुक विद्यार्थियों को बेहतर सुविधाएं दिलाई जाएं।' इसी के साथ उन्होंने कहा कि, 'व्यावसायिक शिक्षा को बढ़ावा दिया जाएं, ताकि विद्यार्थियों को रोजगार प्राप्त करने एवं अपना व्यवसाय स्थापित करने में आसानी हो सके।' आगे उन्होंने कहा कि, '200 शासकीय महाविद्यालयों का इन्फ्रास्ट्रक्चर विकसित करने की कार्यवाही शुरू की जाए, जिससे विद्यार्थियों को वचुर्अल लर्निंग एवं स्मार्ट क्लॉस-रूम जैसी सुविधाएँ मिल सकें। 100 से कम विद्यार्थी संख्या वाले 51 शासकीय महाविद्यालयों को निकटस्थ बड़े महाविद्यालयों में विलय करने पर विचार किया जायेगा।' आगे उन्होंने यह भी कहा कि, '37 निजी विश्वविद्यालयों पर नियंत्रण रखने की जिम्मेदारी सरकार की है। भवनविहीन महाविद्यालयों के लिये किराये से भवन लेने पर विचार किया जाएगा।।' फोर्ब्स के 100 डिजिटल स्टार्स की सूचि में नेहा कक्कड़ का नाम हुआ शामिल, पति ने दिया ये जबरदस्त रिएक्शन CM शिवराज बोले- 'अब 20-20 मैच खेलना है, आत्मनिर्भर मध्य प्रदेश के लिए काम करना है' बिहार के 19 वर्षीय ऋतिक को मिली 2.5 करोड़ की स्कॉलरशिप, अब 4 साल तक US में रहकर करेंगे पढ़ाई