नई दिल्ली: देश में प्रधानमंत्री जनधन योजना (PMJDY) को आज सात साल पूरे हो गए हैं. बता दें कि इन सात वर्षों में पूरे देश में 43.04 करोड़ से भी अधिक जनधन बैंक अकाउंट (PMJDY) खोले गए हैं. जनधन स्कीम को 28 अगस्त 2014 को वित्तीय समावेशन के लिए राष्ट्रीय मिशन के रूप में शुरू किया गया था. यहां ध्यान देने वाली बात यह है कि इन खातों में अभी 1,46,231 करोड़ रुपए जमा हैं. वित्त मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, मार्च 2015 के मुकाबले आज प्रधानमंत्री जनधन योजना के तहत तीन गुना बैंक खाते खोले गए हैं. मार्च 2015 में जहां जनधन अकाउंट 14.72 करोड़ थे, तो 18 अगस्त 2021 तक 43.04 करोड़ बैंक खाते खुल चुके हैं. इनमें 31.23 करोड़ से भी अधिक खाताधारकों को रुपे कार्ड (RuPay card) जारी किए गए हैं. ताजा जानकारी के अनुसार, ग्रामीण और अर्द्ध शहरी क्षेत्रों में जनधन योजना में लगभग 55 प्रतिशत खाताधारक महिलाएं हैं, तो वहीं 67 फीसद अकाउंट होल्डर पुरुष हैं. कुल 43.04 करोड़ जनधन खातों में से अभी 36.86 करोड़ बैंक अकाउंट सक्रीय हैं, यानी इनमें लेन-देन हो रहा है. बता दें कि सरकार इस योजना को आम जनता के लाभ के लिए लेकर आई है. इसका उद्देश्य सस्ती दरों पर वित्तीय उत्पादों और सेवाओं को जनता को उपलब्ध कराना है. टेक्नोलॉजी के सपोर्ट से लागत घटाने और अधिक से अधिक लोगों तक पहुंच कायम करना है. सरकार का कहना है कि प्रधानमंत्री जन धन योजना आजाद भारत में अनूठी उपलब्धि हासिल करने वाली विश्व की सबसे बड़ी वित्तीय समावेश (Financial Inclusion) पहलों में से एक है. पेट्रोल-डीज़ल को लेकर आई खुशखबरी, आज लगातार चौथे दिन नहीं बढ़े भाव जियो ने हाई-एंड यूजर्स हासिल करने के लिए स्मार्टफोन बंडलिंग को बढ़ाया आगे 75 दिनों में 11 रुपए प्रति लीटर महंगा हो गया पेट्रोल, डीजल की कीमत में भी लगी आग