35वें रेकेवेक इंटरनेशनल ग्रांड मास्टर शतरंज टूर्नामेंट का अंतिम राउंड इंडिया के दो प्रतिभाशाली ग्रांड मास्टरों आर प्रग्गानंधा और डी गुकेश के मध्य खेला गया जिसमें लगभग हारी हुई बजाई को ना सिर्फ प्रग्गानंधा ने अपने नाम किया बल्कि टूर्नामेंट का खिताब भी अपने कर चुके है। सफ़ेद मोहरो से खेल रहे गुकेश नें निमजों इंडियन डिफेंस के विरुद्ध एक्स्चेंज वेरिएशन में शुरुआत से ही प्रग्गानंधा पर एक प्यादे की बढ़त को प्राप्त कर चुके है बदले में उनका राजा की सुरक्षा पर उन्हे खास ध्यान देना था , खेल की 28वीं चाल में गुकेश नें एक और प्यादे की बढ़त प्राप्त कर चुके है और ऐसा लगा की वह जीत की तरफ बढ़ रहे है पर उनकी घड़ी में कुछ सेंकड़ ही बचे थे और ऐसे में प्रग्गानंधा नें गुकेश के राजा पर हमले करना कर चुके है और अपने राजा को बचाते हुए गुकेश नें खेल की 36 वीं और 37वीं चाल में वजीर और हाथी की चाल से लगातार दो भारी गलतियाँ कर दी और अप्रत्याशित तरीके से मुक़ाबले से हार चुके है। इस जीत से जहां प्रग्गानंधा 7.5 अंक बनाकर विजेता बन गए तो गुकेश 6 अंको पर आ चुके है और 17वे स्थान पर बने हुए है। 7 अंको पर बेहतर टाईब्रेक के आधार पर नीदरलैंड के मैक्स वरमेरदम दूसरे , डेन्मार्क के मड्स अंडरसन तीसरे ,आइसलैंड के स्टेन ग्रेटर्सोन चौंथे और USA के अभिमन्यु मिश्रा 5वे स्थान पर रहे। 6.5 अंको पर बेहतर टाईब्रेक के आधार पर ब्राज़ील के अलेक्ज़ेंडर फेयर छठे ,यूएसए के हंस मोके सातवे ,भारत के अभिजीत गुप्ता 8वे ,उक्रेन के लरकिन व्लादिसलाव नौवे और डेन्मार्क के कोरले कासा 10वें नंबर पर है। इंडिया की तनिया सचदेव 6 अंक बनाकर ओवरऑल 21वे तो महिलाओं में पहले स्थान पर रही। 'कोहली की तरह रोहित शर्मा भी छोड़ देंगे कप्तानी..', जानिए संजय मांजरेकर ने क्यों कही ये बात ? आर्थिक संकट के बीच एशिया कप की मेजबानी कैसे करेगा श्रीलंका ? बोर्ड के सचिव ने दिया जवाब मुंबई इंडियंस को अब भी पहली जीत की तलाश, क्या पंजाब के खिलाफ खुलेगा खाता ? देखें संभावित प्लेइंग XI