जौनपुर: कार्तिक पूर्णिमा के दिन पड़ने वाले सिख धर्म के प्रवर्तक गुरु नानक देव के प्रकाशोत्सव के पूर्व 13 नवंबर से 23 नवंबर तक सिख समुदाय द्वारा नगर में प्रतिदिन सबद-कीर्तन के साथ प्रभात फेरी का आयोजन किया गया था. इसी अवसर पर मंगलवार को ओलंदगंज स्थित सुंदर गुरुद्वारा से ग्रंथी द्वारा अरदास के बाद निकली प्रभात फेरी शहर के प्रमुख मार्गो से होते हुए रासमंडल स्थित गुरुद्वारा पर समाप्त हुई. सोमवार को गिरावट के बाद आज संभला बाजार, मिडकैप और स्मॉलकैप में दिखी रिकवरी रास्ते में साधू-संगत गुरु के चरणों में अरदास करते हुए मिटी धुंध जग चानण होआ, कल तारन गुरु नानक आया, मैं शोभा सुन के आया और ऊंचा दर वाले नानक दा भजन करते हुए चल रहे थे. सबद-कीर्तन के साथ निकली प्रभात फेरी रासमंडल स्थित गुर समापन स्थल पर ग्रंथी जीउपाल सिंह द्वारा अरदास व पाठ कराया गया था. अब चमकेगा दिल्ली-मेरठ स्टेट हाईवे, प्रशासन ने मरम्मत के लिए मंजूर किए 40 करोड़ रुपए प्रकाश पर्व के इस अवसर पर लंगर का आयोजन भी किया गया है, साथ ही गुरुद्वारा में अखंड कीर्तन भी रखा गया है. इसमें शामिल लोगों ने बताया कि प्रकाशोत्सव के दिन सुबह 10 बजे से रागी जत्था द्वारा कीर्तन व लंगर के बाद उस दिन सायंकाल नगर में पंच प्यारे का जुलूस व शोभा यात्रा निकाली गई थी. इस अवसर पर गुरुद्वारा प्रधान दर्शन सिंह खुराना, ओंकार सिंह, महेंदर सिंह, राधेश्याम अरोरा, हरीश अरोड़ा, जसमीत सिंह, रविन्दर सिंह, सेवा सिंह, इकबाल सिंह, जगजीत सिंह, मनमोहन सिंह, चरनमासी, हरसरन कौर, सुरजीत कौर, रणजीत कौर, रविंद्र कौर, गुरजीत कौर आदि सिख समुदाय के लोग मौजूद थे. खबरें और भी:- भारतीय रेलवे 14 नवंबर से शुरू करेगा रामायण एक्सप्रेस अब निकाल सकेंगे एसबीआई एटीएम से एक बार में 20 हज़ार से ज्यादा नगद, अपनाएं ये तरीका नेशनल हेराल्ड मामला: क्या सोनिया राहुल खाली करना होगा हेराल्ड हाउस, आज अदालत कर सकती है फैसला