जानिए शपथ लेने से पहले प्रणब मुखर्जी ने बेटी को क्यों भेजा था राष्ट्रपति भवन?

नई दिल्ली : प्रणब मुखर्जी भले ही अभी राष्ट्रपति जैसे महत्वपूर्ण सर्वोच्च पद को सुशोभित कर रहे है, लेकिन उन्हें यह मालूम नहीं था कि आखिर राष्ट्रपति भवन में किस तरह से कामकाज होता है। इसकी जानकारी लेने के लिये उन्होंने अपनी बेटी को यहां भेजा था, ताकि पता लग सके कि कामकाज का तौर तरीका कैसा है।

प्रणब ने बताया कि शपथ ग्रहण करने के दो दिनों पहले ही उन्होंने अपनी बेटी को राष्ट्रपति भवन भेजा था। प्रणब मुखर्जी ने यह खुलासा बुधवार को किया है। उनका यह कहना है कि वे राष्ट्रपति जैसे सर्वोच्च पद पर आने के बाद खूद को गौरवान्वित महसूस करते है।

उन्होंने बताया कि भवन स्थित संग्रहालय 2 अक्टूबर से विधिवत तौर से शुरू हो जायेगा। यहां लोग आकर संग्रहालय में रखी वस्तुओं को देख सकेंगे। उनके अनुसार संग्रहालय में अंग्रेजों के समय के विशेष उपहार और अन्य कई संग्रह मौजूद होंगे।

उन्होंने भवन के पुस्तकालय को अपना सबसे पसंदीदा बताया और कहा कि वे समय मिलने पर पुस्तकों का अध्ययन करते है। राष्ट्रपति ने भवन के दरबार हाॅल और अन्य सभी हाॅलों का जिक्र भी किया और उनके बारे में विस्तार से जानकारी दी है। बताया गया कि दरबार, अशोक हाॅल में विभिन्न समारोह आयोजित किये जाते है।

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