विश्व रैंकिंग में शीर्ष इंडियन खिलाड़ी बनने के उपरांत एचएस प्रणय अपने प्रदर्शन में अधिक निरंतरता लाना चाहते हैं जिससे कि उन्हें अंतरराष्ट्रीय खिताब जीतने के अधिक अवसर भी मिल पाए। प्रणय ने 2022 में शानदार प्रदर्शन किया और 2019 में 34वें स्थान पर खिसकने के उपरांत दोबारा करियर की सर्वश्रेष्ठ 8वीं रैंकिंग भी अपने नाम की है। साल 2018 में गैस्ट्रोएसोफेगल रिफ्लक्स रोग (पेट से जुड़ा रोग) और 2020 में COVID-19 से जूझने वाले प्रणय ने मई में थॉमस कप में इंडिया की जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और स्विस ओपन सुपर 300 में उपविजेता बनने के साथ साथ इंडोनेशिया ओपन सुपर 1000 और मलेशिया मास्टर्स सुपर 500 के सेमीफाइनल में पहुंचे। प्रणय ने मंगलवार को ट्विटर पर कहा,‘‘2022 की शुरुआत में चुनौतियां अब की तुलना में बहुत ही अलग थी। तब कोई अपेक्षा नहीं थी लेकिन एक वर्ष उपरांत प्रशंसकों और कोच को बड़े टूर्नामेंट जीतने की उम्मीदे भी लगाई जा रही है। व्यक्तिगत रूप से मैंने हमेशा लक्ष्य को बहुत कम रखा है।'' उन्होंने इस बारें में बोला है कि‘‘मेरे लिए महत्वपूर्ण बात प्रक्रिया पर ध्यान केंद्रित करना होगा। मैं अगले सत्र के लिए कैसे उबर सकता हूं, मैं अभी इसी पर ध्यान दे रहा हूं।'' वर्ल्ड टूर प्रतियोगिताओं में अच्छे प्रदर्शन की बदौलत प्रणय ने अपने करियर में पहली बार सत्रांत विश्व टूर फाइनल्स के लिए क्वालीफाई भी कर लिया है। वह नॉकआउट में स्थान नहीं बना सके लेकिन उन्होंने दुनिया के नंबर एक विक्टर एक्सेलसन पर जीत भी हासिल कर ली है। उन्होंने बोला है कि, ‘‘एक्सेलसन के विरुद्ध जीतना अच्छा आत्मविश्वास बढ़ाने वाला है। वर्ल्ड टूर फाइनल्स में जाने से पहले मुझे पर्याप्त मैच अभ्यास नहीं मिला। मैं उस दबाव को महसूस कर सकता था लेकिन मैं बेहतर हो रहा था और विक्टर के खिलाफ मैं उन कठिन परिस्थितियों में अंक जीतने में सक्षम रहा।'' प्रणय ने बोला है कि,‘‘कुल मिलाकर यह एक अच्छा टूर्नामेंट था। और एक्सेलसन को हराकर 2022 को समाप्त करना अच्छा था। निरंतरता में सुधार करना और सेमीफाइनल तथा फाइनल में प्रवेश करना महत्वपूर्ण है और फिर इस तरह की जीत मधुर होती है।'' नए सत्र में मई से ओलंपिक क्वालीफिकेशन अवधि भी शुरू होगी और प्रणय ने बोला है कि सही स्पर्धाओं को चुनना महत्वपूर्ण होगा और वह दूसरे हाफ में सब कुछ झोंकने का प्रयास करने वाली है। उन्होंने बोला है कि,‘‘सही वक़्त पर शीर्ष खेल दिखाना कठिन होता है। आप शायद ओलंपिक के लिए शीर्ष खेल दिखा सकते हो क्योंकि वहां आपके पास तैयारी के लिए पर्याप्त वक़्त होता है। लेकिन किसी एक प्रतियोगिता के लिए शीर्ष स्तर पर पहुंचना आसान नहीं होता।'' प्रणय ने इस बारें में बोला है,‘‘मैं बस सही टूर्नामेंट चुनूंगा और दो से तीन सप्ताह प्रशिक्षण के लिए वक़्त निकालूंगा क्योंकि जब भी मैंने अच्छी ट्रेनिंग की तब मैं मैं परिणाम देने में सक्षम रहा हूं।'' प्रणय ने बुधवार को मलेशिया ओपन सुपर 1000 में सकारात्मक शुरूआत करते हुए 10वें नंबर के हमवतन लक्ष्य सेन पर 22-24, 21-12, 21-18 से जीत भी अपने नाम कर ली है। AIFF ने पूर्णकालिक अनुबंध अपने नाम करने के लिए पेशेवर है तैयार 400 रन का रिकॉर्ड चुके पृथ्वी शॉ, धुआँधार पारी से चयनकर्ताओं को दिया करारा जवाब ODI में विराट की 45वीं सेंचुरी, पहले मुकाबले में 67 रनों से जीता भारत