पटना: बिहार की सियासत में अपनी अलग पहचान बनाने के प्रयास में लगे प्रशांत किशोर ने जनसुराज पदयात्रा आरम्भ कर दी है। इस यात्रा के चलते वे लोगों से जमीन पर जा मुलाकात कर रहे हैं, अपनी पार्टी के लिए समर्थन मांग रहे हैं तथा तमाम दूसरी सियासी दलों पर हमलावर हैं। अब ऐसी ही एक पदयात्रा के चलते प्रशांत किशोर ने सीएम नीतीश कुमार को लेकर बड़ा बयान दिया है। दावा कर दिया गया है कि नीतीश एक बार फिर प्रशांत किशोर के साथ काम करना चाहते थे किन्तु उन्होंने स्वयं ही इंकार कर दिया। प्रशांत किशोर ने कहा है कि 2014 में चुनाव हारने के पश्चात् नीतीश कुमार ने दिल्ली आकर बोला कि हमारी सहायता कीजिए। 2015 में हम व्यक्तियों ने उनको जिताने में कंधा लगाया, अभी 10-15 दिन पहले बुलाकर बोले कि हमारे साथ काम कीजिए, हमने कहा कि ये अब नहीं हो सकता है। एक बार जो लोगों को वादा कर दिया है कि 3500 किलोमीटर चलकर गांव-गांव में जाकर लोगों को जगाना है, वही करेंगे। एक बार जनबल खड़ा हो गया, कोई टिकने वाला नहीं है लिखकर रख लीजिए। वही इससे पहले भी प्रशांत किशोर ने नीतीश कुमार पर निशाना साधा था। जब मुख्यमंत्री दिल्ली में विपक्षी एकजुटता के प्रयास में लगे थे, प्रशांत किशोर ने स्पष्ट कर दिया कि साथ चाय पीने से विपक्ष एकजुट नहीं होने वाला है। उन्होंने बोला था कि 4 नेताओं से मिलने से, उनके साथ चाय पीने से लोगों पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा। इस मुलाकात से आपके चुनाव लड़ने की क्षमता, आपकी विश्वसनीयता या एक नया नैरेटिव बनाने के सिलसिले में क्या फर्क पड़ेगा। वहीं क्योंकि इस वक़्त अपनी पदयात्रा के चलते प्रशांत किशोर निरंतर लोगों से ही फंड्स की मांग कर रहे हैं, इस पर कुछ विवाद भी देखने को मिला है। अब इस पर प्रशांत ने स्पष्ट कर दिया है कि बिहार के लोगों के लिए ही वे ये पैसे मांग रहे हैं। वे बोलते हैं कि किसी से आजतक पैसा नहीं लिए हैं, अब ले रहे हैं। बिहार में परिवर्तन के लिए उनसे फीस ले रहे हैं, जिनके लिए अब तक काम किया है, जिससे ये टेंट लगाया जा सके। मेहनत से, अपनी बुद्धि से 10 वर्ष काम किए हैं, दलाली नहीं किए हैं। 'मैं अगर पार्थ को राजनीति में नहीं लाता तो..', TMC नेता का बड़ा बयान महानवमी के पावन अवसर पर मुख्‍यमंत्री बघेल ने प्रदेशवासियों को दी बधाई KCR की राष्ट्रीय पार्टी लॉन्च होने से पहले TRS नेता ने बांटी शराब और मुर्गियां, वीडियो देख भड़के लोग