कोई तीसरा या चौथा मोर्चा, भाजपा को मुकाबला दे पाये, यह मुश्किल लगता है: प्रशांत किशोर

नई दिल्ली: चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने हाल में एक बयान दिया है। उनका कहना है कि ''राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी यानी एनसीपी के मुखिया शरद पवार से उनकी मुलाकात, आगामी लोकसभा चुनाव के संबंध में नहीं हुई।'' हाल ही में किशोर ने उन दावों को भी खारिज कर दिया, जिनमें यह कहा जा रहा था कि अगले आम चुनावों में भाजपा का मुकाबला करने के लिए वह विपक्ष का साथ देंगे।

एक अंग्रेजी समाचार चैनल की माने तो, प्रशांत किशोर ने यह दावा किया है कि, ''कोई तीसरा या चौथा मोर्चा, भाजपा को मुकाबला दे पाये, यह मुश्किल लगता है। मुझे नहीं लगता है कि तीसरा या चौथा मोर्चा, मौजूदा हालात का सफलता से मुकाबला कर लेगा। तीसरे मोर्चे का मॉडल पुराना है और मौजूदा राजनीतिक वातावरण के हिसाब से सही नहीं है।'' इसके अलावा किशोर की तरफ से यह भी इशारा दिया गया यह बयान अटकलों पर विराम लगाने की कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है। जी दरसल इन दिनों राजनीतिक गलियारों में यह चर्चा होने लगी थी कि साल 2024 के लोकसभा चुनाव के मद्देनजर पवार और किशोर की मुलाकात हुई है।

अब प्रशांत किशोर ने इन अटकलों को सिरे से खारिज किया है। आप सभी को बता दें 11 जून को पुणे में मुलाकात करने के बाद 21 जून यानी सोमवार को पवार और किशोर के बीच दिल्ली में मुलाकात हुई। दोनों की यह मुलाकात मंगलवार को होने वाली राष्ट्र मंच की बैठक से पहले हुई, जिसमें पवार पहली बार हिस्सा लेंगे।

अब प्रशांत किशोर ने पवार से हुई इन मुलाकातों पर कहा कि, ''उन्होंने कभी साथ काम नहीं किया, ऐसे में एक दूसरे को बेहतर तरीके से जानने के लिए यह बैठकें हुईं। इन बैठकों में राजनीतिक चर्चाएं हुई हैं। साथ ही राज्यवार परिस्थितियों पर बातचीत के साथ इस बात की संभावना का पता लगाया जा रहा है कि भाजपा के खिलाफ कौन सी रणनीति काम करेगी और कौन सी नहीं।'' इसके अलावा उन्होंने कहा कि अभी तक तीसरे मोर्चे सरीखे मॉडल की कोई चर्चा नहीं हुई है।

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