शिमला: हिमाचल प्रदेश चुनाव में बहुमत से जीत दर्ज कर चुकी कांग्रेस के लिए मुश्किलें कम होने की बजाए बढ़ती नज़र आ रही हैं। चुनाव जीतने के बाद कांग्रेस खेमे में CM पद को लेकर रस्साकशी शुरू हो गई है। प्रदेश कांग्रेस इकाई इकाई की प्रमुख और पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह की पत्नी प्रतिभा सिंह ने सीएम पद के लिए दावेदारी ठोंक दी है। वहीं, सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार, हाईकमान प्रतिभा सिंह को सांसद पद से हटाकर CM बनाने के पक्ष में नहीं है। अभी बंद कमरे में मुख्यमंत्री पद के लिए हुई मीटिंग के बाद बाहर निकलकर प्रतिभा सिंह ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि उन्होंने अपनी बात रख दी है और अब विधायकों की मीटिंग में मुख्यमंत्री के नाम पर फैसला होगा। प्रतिभा सिंह ने कहा है कि किसी प्रकार की कोई गुटबाजी नहीं है और कौन कह रहा है कि मैं खफा हूं और अपने विधायकों के साथ अलग हो सकती हूं। वहीं, बता दें कि शिमला के ओबरॉय होटल के बाहर वीरभद्र सिंह परिवार के समर्थकों के द्वारा जोरदार नारेबाजी किए जाने की भी खबर मिली है। समर्थकों ने प्रतिभा सिंह को सीएम बनाने की मांग को लेकर नारेबाजी की है। समर्थकों ने मीडिया से बात करते हुए कहा है कि वो चाहते हैं कि मुख्यमंत्री की कुर्सी वीरभद्र सिंह परिवार के पास ही रहे और प्रतिभा सिंह जिन्हें वो रानी साहिबा बुलाते हैं उन्हें ही CM पद दिया जाए। प्रतिभा सिंह खेमे का कहना है कि, उनके पास 25 विधायकों का समर्थन है। वहीं, हिमाचल प्रदेश कांग्रेस के पूर्व प्रमुख और चुनाव प्रचार कैंपेन कमेटी के चेयरमैन और सीएम की रेस के दावेदार सुखविंदर सिंह सुक्खू अब तक शिमला में कांग्रेस भवन में होने वाली बैठक के लिए नहीं पहुंचे हैं। सूत्रों के अनुसार, उनके साथ लगभग 18 MLA भी हैं और मीटिंग में आने से पहले वो हाईकमान से अपने नाम पर पुख्ता पुष्टि चाहते हैं। अब जनता पर होगा थानों की रैंकिंग का जिम्मा, कमिश्नर खुद करेंगे कॉल 'अब क्या मैं सांस लेना भी बंद कर दूं', YSR के नेताओं पर भड़के पवन कल्याण दो दिवसीय दौरे पर कल असम पहुंचेंगे मोहन भागवत