वाराणसी : वाराणसी के ऐढ़े गांव में प्रवासी भारतीय सम्मेलन को लेकर टेंट सिटी बनाई जा रही है। यह सिटी काशी आने वाले अतिथियों के लिए खास होगी। इस टेंट सिटी को कुछ इस तरह डिजाइन किया जा रहा है, जिसमें एक शहर में मिलने वाली सभी सुविधाएं होंगी। इस अस्थायी शहर में काशी के धर्म और कला की झलक भी देखने को मिलेगी। हर एक टेंट को अलग नाम भी दिया जाएगा। वहीं सड़कों का भी नामकरण किया जाएगा। योगी के मंत्री का राहुल गाँधी को न्योता, कुम्भ में स्नान करके पाप धो लें कांग्रेस अध्यक्ष एक वीवीआईपी टेंट भी होगा प्राप्त जानकारी अनुसार मेहमानों को रुकने के लिए स्विस कॉटेज बनाए जा रहे हैं। 500 से अधिक संख्या में बनने वाले टेंटों में कुल तीन तरह के टेंट लगाए जा रहे हें। एक वीवीआईपी टेंट, जिसमें एक बेड के साथ उच्चस्तरीय सुविधा होगी, इसे नाम विला दिया गया है। दूसरा वह जिसमें दो बेड होंगे। तीसरा ऐसा होगा, जिसमें चार बेड लगाए जाएंगे। सिंगल बेड वाले स्विस कॉटेज को दो राउंड में कुल 60 विला भी तैयार किये गए हैं। प्रयागराज के कुम्भ में पहुंचेंगे 12 करोड़ तीर्थयात्री, 10 लाख विदेशी पर्यटक भी होंगे शामिल नदियों के नाम पर होगा सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक पर्यटकों को किसी प्रकार से अपने आवास तक पहुंचने में कोई परेशानी न हो। इसके लिए हर एक समूह में लगाए गए टेंटों को नाम दिया जा रहा है। इन्हें नदियों जैसे गंगा, यमुना, गोदावरी, क्षिप्रा, वरूणा, गोमती और सरस्वती नाम रखने का प्रस्ताव हुआ है। वहीं सिटी के अंदर वाले मार्ग का भी नाम भगवान के नाम से रखा जाएगा। ताकि काशी आने वाले श्रद्धालुओं को धार्मिकता का एहसास हो सके। अर्धकुम्भ का नाम बदलने पर घिरी योगी सरकार, अब इलाहाबाद हाईकोर्ट में देना होगा जवाब कुंभ में बिजली आपूर्ति पर खर्च होंगे इतने करोड़ रुपए कुंभ मेले से पहले शुरू हो सकती है 'ट्रेन 18'