शनिदेव अगर प्रसन्न हो तो किस्मत खुल जाती है पर अगर नाराज हो जाते है तो किस्मत को पलटते देर नहीं लगती. इनके प्रकोप से हम सभी भयभीत रहते है. क्योकि हम सब जानते है की जिस व्यक्ति की कुंडली में सूर्य की राशि में शनि हो उस व्यक्ति को जीवन भर परेशानियों का सामना करना पड़ता है. किसी व्यक्ति की कुंडली में चार, आठ या बारहवें भाव में शनि है तो उस व्यक्ति को शनि की कृपा प्राप्त होती है. परन्तु यदि नीच राशि में या अस्त या वक्री में शनि हो तो दुःख और कष्ट देता है. जिन लोगो को शनि साढ़ेसाती से परेशानी हो उन्हें निम्न उपाय करने चाहिए: – 1-शनि मंत्र और पूजा करनी चाहिए निचे दिए गए मंत्र १०८ बार प्रति दिन बोलना चाहिए निलान्जमं समाभासं रविपुत्रम यमाग्रजम . छाया मार्तंड संभूतं तं नमामि शनैश्र्वरम 2-हनुमान चालीसा को नितय अप्रतिदिन एक बार अवशय करना चाहिए, और हो सके तो हर मंगलवार और शनिवार को हनुमान चालीसा का पाठ करें. हनुमानजी को सिन्दूर और चमेली का तेल अर्पित करें. 3-महा मृतुन्जय मंत्र और पूजा करनी चाहिए सिर्फ सुबह उठते ही एक बार मृतुन्जय मंत्र बोलने से लाभ होता है. 4-नवग्रह मंत्र और पूजा किसी वरिष्ठ पंडित जी की मदद से करवा लेने चाहिए 5-जितना जयदा से जयदा हो सके शनिवार को दान पुण्य कर लेना चाहिए 6-हर शनिवार को शनि मंदिर जाना चाहिए तथा शनि देव को तेल व् काले टिल दान करने चाहिए. 7-यदि आप चाहे तो काले घोड़े की नाल से बना छल्ला भी मध्यमा उंगली में धारण कर सकते हैं. यह छल्ला शनिवार के दिन धारण करना चाहिए. घोड़े की नाल करती है शनि के अशुभ प्रभाव को कम शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए खिलाये काले कुत्ते को रोटी शनिदेव को करना है प्रसन्न तो इन तरीको से करे हनुमान जी की पूजा