ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार ऐसा माना जाता है की शनि की साढ़ेसाती हमारे जीवन पर अच्छा-बुरा असर डालती है. कुण्डली में शनि का अन्य ग्रहों से शुभ योग या स्थिति में सफलता और सौभाग्य देता है. वहीं दुर्योग अशुभ और घातक नतीजों का कारण बन सकता है. हम आपको बता रहे है की ऐसी शनि दशा या शनि दोष के बुरे प्रभाव से बचने के लिए कुछ छोटे-छोटे उपाय जिसे अपना कर आप शनिदेव को प्रसन्न कर सकते है . तो आइये जानते है शनिदेव को प्रसन्न करने के कुछ उपाय - 1-शास्त्रों के मुताबिक शनि शिव भक्त हैं और शिव कृपा से ही वे दण्डाधिकारी बनें isliye शिव की पूजा कर नीचे लिखे सरल शिव मंत्रों का पाठ भी शनि पीड़ा से रक्षा करता है. ऊँ कालकालाय नम: ऊँ नीललोहिताय नम: 1-शिव के महामृत्युंजय मंत्र का पाठ भी बहुत असरदार है. 2-रुद्र अवतार हनुमान की उपासना करें, जो शनि कोप से बचाती है. 3-शनि वस्तुओं या अन्न जैसे काला वस्त्र, तिल, उड़द की काली दाल, लोहे का पात्र या वस्तु, तेल आदि का दान करें. 4-शनि को तिल का तेल मिला थोडा-सा सिंदूर अर्पित करें. 5-पीपल पूजा शनि दोष शांति का अचूक और सरल उपाय है. दूध और काले तिल मिला जल पीपल में चढ़ाएं. 6-शनि मंत्रों, स्तुति या शनि चालीसा का पाठ करें. 7-सात तरह के अनाज का दान भी करना शनि कृपा का श्रेष्ठ उपाय है.