लखनऊ: फर्रुखाबाद जेल में बंद दिलीप मिश्रा ने गैंगस्टर न्यायालय में आवेदन देकर खास सुरक्षा की डिमांड की है. आवेदन में कहा है कि जेल से न्यायालय ले आने तथा न्यायालय से जेल भेजे जाने के वक़्त खास सुरक्षा इंतजाम किये जाए. दिलीप ने एक मंत्रीमंडल मंत्री पर अपना मर्डर करवाने का संदेह व्यक्त किया है. सोमवार को गैंगस्टर न्यायालय में पेशी पर आए दिलीप मिश्रा ने कहा कि जुलाई 2010 में एक मंत्रीमंडल मंत्री पर आक्रमण में उन्हें मुख्य अपराधी बनाया गया है, जबकि घटना के वक़्त वह जेल में था. साथ ही आवेदन में उसने मंत्रीमंडल मंत्री से अपनी जान का संकट व्यक्त करते हुए कहा कि उसका मर्डर हो सकता है. साथ-साथ पेशी पर ले आए जाने, तथा जेल भेजे जाने के चलते खास सुरक्षा इंतजाम के मांग की है. जिला कोर्ट की खास गैंगस्टर न्यायालय ने पूर्व ब्लाक प्रमुख दिलीप मिश्रा, अभियुक्त नीरज सिंह उर्फ अखंड प्रताप सिंह उर्फ कर्म सिंह उर्फ अन्नू पांडे का गैंगेस्टर एक्ट में सोमवार को अभिरक्षा वारंट बनाया है. एस्क्युसड ग्रुप को पुलिस ने फर्रुखाबाद शहर के फतेहगढ़ जेल से लाकर विशेष न्यायालय में पेश किया. वही यह आदेश खास जस्टिस गैंगेस्टर एक्ट संजय शुक्ला ने खास लोक अभियोजक अतुल सिंह चौहान को सुन कर दिया है. प्रकरण थाना औद्योगिक इलाके का है, पुलिस ने थाने में दिलीप मिश्रा, नीरज सिंह के विरुद्ध गैंगस्टर एक्ट की धारा दो एवं तीन में मामला दायर किया है, पुलिस ने दिलीप पर 42 तथा नीरज पर 13 आपराधिक इतिहास की रिपोर्ट न्यायालय में प्रस्तुत की है. प्रकरण के विवेचक इंचार्ज निरीक्षक करछना की तरफ से केस डायरी रिमांड प्रपत्र प्रस्तुत किया गया. साथ ही मामले की जांच लगातार जारी है. भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय के घर कोरोना की दस्तक, बेटा संक्रमित, पूरा परिवार क्वारंटाइन पूर्व राज्यमंत्री फजले इमाम का हुआ निधन, कोरोना रिपोर्ट आई पॉसिटिव यूपी में दलितों पर अत्याचार चरम पर, क्या कर रही है सरकार - मायावती