हिंदू धर्म में पूजा में मंत्रों को विशेष महत्व दिया गया है. धर्म ग्रंथोंमें मंत्रों के असर को बहुत प्रभावी बताया गया है. इनके असर से ग्रहों की विपरीत दशा का प्रभाव कम कर सुख, शांति और सफलता पाई जा सकती है.फिर भी मंत्र जाप करते समय कुछ लोग गलतियां भी कर बैठते हैं,इस कारण उन्हें उसका पूरा फल नहीं मिल पाता. जानते हैं ऐसी ही कुछ गलतियों के बारे में जिन्हें लेकर सावधानी रखनी चाहिए - 1. वैदिक मंत्रों का जाप सुबह या शाम को ही करना चाहिए. तंत्र से जुड़े मंत्रों का जाप रात के समय किया जाना उचित रहता है. 2. मंत्र जाप का समय एक ही निर्धारित करना चहिए . इसे बार-बार नहीं बदलना चाहिए. बार - बार समय बदलने से मंत्र जाप का पूरा फल नहीं मिल पाता. 3. एक बार मंत्र जाप शुरू करने के बाद बार-बार स्थान भी नहीं बदलना चाहिए .मंत्र जाप के लिए एक स्थान तय करना चाहिए. 4. मंत्र जाप शुरू करने से पहले किसी विद्वान से माला के बारे में जानकारी अवश्य प्राप्त कर लें. गलत माला का उपयोग करने से भी मंत्र जाप का पूरा फल नहीं मिल पाता. 5. मंत्र जाप के लिए कच्ची जमीन, लकड़ी की चौकी, सूती या चटाई अथवा चटाई के आसन पर बैठना श्रेष्ठ माना गया है. सिंथेटिक आसन पर बैठकर मंत्र जाप नहीं करना चाहिए. इसे वर्जित माना गया है. 6. मंत्र जाप करते समय माला किसी दूसरों को न दिखे इसलिए इसे कपड़े से ढंकना चाहिए या कपड़े की झोली में रखकर जाप करना चाहिए . 7. माला को घुमाने के लिए अंगूठे और मध्यमा उंगली का उपयोग करना चाहिए . तर्जनी ऊँगली से माला का जाप नहीं करना चाहिए. यह भी देखें ये चार राशि वाले छुपाते हैं अपना दुःख कल अमावस्या पर इन उपायों से दूर करें पितृ दोष