1- ज़िंदगी के हाथ नहीं होते.. लेकिन कभी कभी वो ऐसा थप्पड़ मारती हैं जो पूरी उम्र याद रहता हैं…. 2- “ज़िंदगी” की “तपिश” को “सहन” किजिए “जनाब”, अक्सर वे “पौधे” “मुरझा” जाते हैं, जिनकी “परवरिश” “छाया” में होती हैं…।।। 3- कुछ झूठे लोगों का ये परिचय असली है, चेहरे तो नकली है पर अभिनय असली है… 4- कपड़ों की “मैचिंग” बिठाने से, सिर्फ शरीर “सुंदर” दिखेगा। रिश्तों व हालातों से, “मैचिंग”बिठा लीजिए….. पूरा जीवन सुंदर हो जाएगा । 5- जब ठहरने में,और ठेहराओ में अंतर समझ आ जाऐ, तो जिंदगी कुछ कुछ समझ में आने लगती है । 6- एक सत्य बात हमेशा याद रखना.. “दुआएँ रद्द नही होती… बस बहेतरीन वख्त पे कबूल होती है….”. 7- अहंकार” और “संस्कार” में फ़र्क़ है… “अहंकार” दूसरों को झुकाकर कर खुश होता है, “संस्कार” स्वयं झुककर खुश होता है..! 8- हम दुनियाँ की चकाचौंध में खोए हुए हैं, और वक़्त चुप चाप हमारी कब्र खोद रहा है ।। 9- कमजोर व्यक्ति से दुश्मनी सबसे ज़्यादा ख़तरनाक होती हैं.. क्यूँकि वो उस समय वार करता हैं जब हम कल्पना भी नहीं सकते..!! 10- किसी की ग़रीबी देखकर रिश्ता मत तोड़ना क्यूँकि… जितना मान सम्मान ग़रीबों के घर पर मिलता हैं, उतना अमीरों के घर पर नहीं. 11- खुशी से संतुष्टि मिलती है और संतुष्टि से खुशी मिलती है परन्तु फर्क बहुत बड़ा है “खुशी” थोड़े समय के लिए संतुष्टि देती है, और “संतुष्टि” हमेशा के लिए खुशी देती है 12- शब्द ही जीवन को अर्थ दे जाते है, और, शब्द ही जीवन में अनर्थ कर जाते है. 13- “आज इंसान उम्मीदों से बंधा एक जिद्दी परिंदा है, जो घायल भी उम्मीदों से है और जिंदा भी उम्मीदों पर है।” 14- “दोस्तों Life में किसी चीज़ का इंतज़ार मत करो क्योंकि जितना तुम सोचते हो जिंदगी उससे कई ज्यादा तेजी से निकल रही है।” 15- जाया न करो अपने अल्फ़ाज़ो को हर किसी के लिए, बस खामोश रह कर देखो आपको समझता कौन है।” 16- “हमें किसी भी ख़ास समय के लिए इंतजार नहीं करना चाहिए बल्कि अपने हर समय को ख़ास बनाने की पूरी तरह से कोशिश करनी चाहिए।” 17- “कुछ उलझनों के हल वक्त पे छोड़ देने चाहिए, बेशक जवाब देर से मिलेंगे लेकिन बेहतरीन होंगे।” 18- जिस दिन हम ये समझ जायेंगे कि सामने वाला गलत नहीं है सिर्फ उसकी सोच हमसे अलग है उस दिन जीवन से दुःख समाप्त हो जायेंगे “बड़प्पन” वह गुण है जो पद से नहीं “संस्कारों” से प्राप्त होता है। 19- जिंदगी की मुश्किलों को , ‘अपनों’ के बीच रख दो… या तो ‘अपने’ रहेंगे, या फिर मुश्किलें… 20- समझ ज्ञान से गहरी होती है बहुत से लोग आपको जानते होंगें परन्तु कुछ ही लोग आपको समझते होंगे तेलंगाना में फिर भड़की सांप्रदायिक हिंसा, पत्रकारों समेत 10 लोग घायल, कई घरों में भी लगाई आग बाटला हाउस एनकाउंटर: आतंकी आरिज खान दोषी करार, सजा पर फैसला 15 मार्च को बुढ़ापे की आड़ में युवक बच्चों को चॉकलेट के बदले दिखता था अश्लील वीडियो