शेरों के झुंड के बीच जब एम्बुलेंस में जन्मा बच्चा

अहमदाबाद : शेर को सामने देखते ही लोगों की घिग्गी बंध जाती है. ऐसे में यदि प्रसव के लिए एम्बुलेंस में जा रही किसी गर्भवती महिला को 10 -12 शेरों का झुण्ड घेर ले तो उसका क्या हाल होगा . इसकी कल्पना से ही सिहरन होने लगती है. लेकिन ऐसा ही एक वाकया गुजरात के अमरेली का सामने आया है, जहाँ एक महिला को शेरों के झुंड के बीच एम्बुलेंस ही बच्चे को जन्म देना पड़ा.

मिली जानकारी के अनुसार तेज बारिश के दौरान  गुरुवार को जब गांव में एक महिला को प्रसव पीड़ा शुरू होने पर उसे 108 एंबुलेंस से अमरेली के लूनासापुर गांव से जाफराबाद अस्पताल ले जाया जा रहा था. एंबुलेंस गांव से करीब 3 किलोमीटर दूर पहुंची ही थी कि उसका सामना शेरों के एक झुंड से हो गया. करीब 11-12 शेरों ने सड़क पर ही एंबुलेंस को घेर लिया. 20 मिनट तक ऐसे ही हालात बने रहे. इधर गर्भवती की वेदना बढ़ती जा रही थी. इस पर एम्बुलेंस स्टाफ ने डॉक्टर को फोन कर उनसे मिली जानकारी के आधार पर महिला की प्रसूति करवाई. इस दौरान तीन नर शेर सहित 12 शेर गाड़ी का रास्ता रोके रहे और एंबुलेंस के चारों ओर चक्कर लगाते रहे. नवजात को बेबी वॉर्मर में रखने के बाद ड्राइवर ने एंबुलेंस को धीरे-धीरे आगे बढ़ाया. कुछ देर बाद ही शेर सड़क से हट गए और रास्ता साफ हुआ तो महिला और नवजात को जाफराबाद सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया.

उल्लेखनीय है कि अमरेली में गांव की सड़कों पर बब्बर शेर का दिख जाना अब आम बात हो गई है.बता दें कि ऐसा पहली बार नहीं हुआ है कि 108 आपातकालीन एंबुलेंस सेवा का सामना शेरों से हुआ हो. अमरेली के गांवों में अक्सर शेर दिख जाते हैं. ऐसी परिस्थिति से निपटने के लिए एम्बुलेंस स्टाफ को विशेष प्रशिक्षण दिया गया है. जो इन विपरीत परिस्थितियों में गर्भवती महिलाओं की सफल प्रसूति कराते है.

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