जेनेवा: विश्व स्वास्थय संगठन ने एक बार फिर से गर्भवती महिलाओं को सावधानी बरतते हुए, उन देशों की यात्रा करने से मना किया है, जहां जिका वायरस का प्रकोप है। डब्ल्यूएचओ ने ये आदेश जीका से जन्म संबंधी दोष होने की बढ़ती आशंका के बीच नया परामर्श जारी किया गया। संगठन ने मंगलवार को एक आपातकाल बैठक बुलाई थी, जिसमें जिका वायरस के संबंध में चर्चा हुई। इसके बाद जारी बयान में कहा गया कि गर्भवती महिलाओं को जीका विषाणु के प्रकोप वाली जगहों की यात्रा नहीं करने की सलाह दी जाती है। इससे पहले डब्ल्यूएचओ के दिशानिर्देशों में गर्भवती महिलाओं को जीका प्रभावित इलाकों की यात्रा के खतरे से आगाह किया गया था। जिका से नवजात बच्चों में मानसिक विकृति जैसी समस्या उत्पन्न होती है। इसके लिए माइक्रोसेफली जिम्मेदार है। हांलाकि अब तक इसकी पुष्टि नहीं हुई है। लेकिन फिर भी निश्चित साक्ष्य मिलने तक इंतजार नहीं किया जा सकता। संगठन की प्रमुख मार्ग्रेट चान ने कहा कि हालिया रिसर्च में कुछ ऐसे तथ्य सामने आए है, जो बेहद चौंकाने वाले है। इस विषाणु के कारण मस्तिष्क संबंधी विकार गुइलेन-बैरे-सिंड्रोम होते है।