नई दिल्ली : सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश दीपक मिश्रा के खिलाफ विपक्ष महाभियोग लाने की तैयारी में है.कांग्रेस, राकांपा, वामदल के कुछ नेताओं द्वारा महाभियोग के प्रस्ताव पर हस्ताक्षर किए जाने की खबर है.राकांपा के सांसद माजिद मैमन ने इसकी पुष्टि की है. उल्लेखनीय है कि जस्टिस दीपक मिश्रा के खिलाफ महाभियोग की बात सबसे पहले वामदल ने तब उठाई गई थी जब जनवरी में सुप्रीम कोर्ट के चार जजों ने उनकी कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए थे. कांग्रेस द्वारा इसकी पहल किये जाने की जानकारी मिली है. वकील प्रशांत भूषण ने इसका प्रारूप तैयार किया है .इसमें जस्टिस दीपक मिश्रा के खिलाफ जो पांच आरोप लगाए गए हैं उनमें प्रसाद एजुकेशन ट्रस्ट और राजनीतिक मुद्दे भी शामिल हैं.सूत्र बताते हैं कि राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद, कपिल सिब्बल, आनंद शर्मा, राकांपा के शरद पवार, वंदना चव्हाण , प्रफुल्ल पटेल ने भी हस्ताक्षर कर दिए हैं. ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल ने भी इसके लिए आश्वस्त किया है. आपको जानकारी दे दें कि महाभियोग प्रस्ताव के लिए लोकसभा में 100 और राज्यसभा में कम से कम 50 सदस्यों का हस्ताक्षर होना अनिवार्य होता है.प्रस्ताव के पारित होने पर पीठासीन अधिकारी तीन जजों की समिति गठित करते है. इसमें सुप्रीम कोर्ट के एक वर्तमान न्यायाधीश, हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश और किसी एक कानूनविद को शामिल किया जाता है. समिति द्वारा आरोपों की जांच में यदि आरोप साबित होने पर सदन में प्रस्ताव पारित होने के बाद राष्ट्रपति उन्हें हटा देते हैं .दीपक मिश्रा ऐसे पहले मुख्य न्यायाधीश होंगे जिनके खिलाफ महाभियोग लाया जाएगा. यह भी देखें बिहार सरकार नियोजित शिक्षकों का वेतन 40 फीसदी बढ़ाएं - सुप्रीम कोर्ट प्रतिबंधित नेता द्वारा उम्मीदवार तय करने पर सुप्रीम कोर्ट ने उठाया सवाल