विश्व के कई देशों में कोरोना की तीसरी लहर और भारत में आने की प्रबल आशंका को लेकर दिल्ली गवर्नमेंट इन दिनों मिशन मोड पर कार्य कर रही है। दिल्ली के मुख्यमंत्री बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा है कि तीसरी लहर से लड़ने के लिए दिल्ली गवर्नमेंट 5000 हेल्थ असिस्टेंट को ट्रेनिंग देगी जो डॉक्टरों के साथ काम करने वाले है। केजरीवाल के प्रेस कॉन्फ्रेंस की बड़ी बातें- दिल्ली को तीसरी लहर से बचाने की तैयारियां की जा रही है। बीते कुछ दिनों में मैं कई अस्पतालों में गया जहां ऑक्सीजन के प्लांट को लगाया जा रहा है, ऑक्सीजन कॉन्संट्रेटर की व्यवस्था, ऑक्सीजन स्टोरेज की व्यवस्था के साथ कई तरह की तैयारियां तीसरी लहर को लेकर किया जा रहा है। बीती लहरों में जिस तरह मेडिकल और पैरामेडिकल स्टाफ की कमी हुई वैसी तीसरी लहर में न हो जिसके लिए एक नई निति बनाई जा रहे है। इसको ध्यान में रखते हुए गवर्नमेंट ने बहुत बड़ा और महत्वकांक्षी प्लान बनाया है, 5000 हेल्थ असिस्टेंट्स तैयार का। इन्हें टेक्निकल भाषा में कम्यूनिटी नर्सिंग असिस्टेंट्स बोलते हैं। 5000 युवाओं को ट्रेनिंग दी जाएगी जो 2 सफ्ताह की होगी। यह ट्रेनिंग आईपी यूनिवर्सिटी दिलवाई जाने वाली है। इन लोगों जिसके उपरांत दिल्ली के 9 मेडिकल इंस्टीट्यूट में बेसिक ट्रेनिंग भी दी जाने वाली है। ये 5000 ट्रेन्ड असिस्टेंट्स डॉक्टरों और नर्सों के असिस्टेंट के रूप में कार्य किए जाने वाले है , निर्णय लेना इनके हाथ में नहीं हो सकता है। जो काम इन्हें डॉक्टर देंगे वो कार्य करने वाले है। इनको बेसिक बेसिक नर्सिंग, लाइफ सेविंग, पैरामेडिक, फर्स्ट एड, होम केयर में ट्रेनिंग दी जाने वाली है। बेसिक चीजों की ट्रेनिंग दी जानें वाली है जैसे ऑक्सीजन कैसे नापते हैं, ब्लड प्रेशर कैसे नापते हैं, वैक्सीन कैसे करते हैं, पेशेंट केयर में, डायपर चेंज करना, सैंपल कलेक्शन करना, कॉन्संट्रेटर और ऑक्सीजन सिलिंडर कैसे काम करता है, मास्क कैसे लगाना जैसे कामों में ट्रेनिंग दी जा रही है। इस तरह के असिस्टेंट होने से डॉक्टर आराम से कार्य कर पाएंगे और मरीजों की देखभाल भी हो सकेगी। हम इन 5000 लोगों को ट्रेन करके छोड़ देंगे फिर जब इनसे कार्य पड़ेगा तो इन्हें बुलाया जाएगा। जितने दिन इनसे काम कराया जाएगा उतने दिन की इन्हें सैलरी दी जानें वाली है। क्या है प्रक्रिया और कौन कर सकता है ट्रेनिंग- 17 जून से इसके लिए ऑनलाइन आवेदन दिया जा सकता है। 28 जून से ट्रेनिंग शुरू होगी। 500 लोगों का बैच होगा जिसकी दो हफ्ते ट्रेनिंग होगी। इस ट्रेनिंग के लिए 12वीं पास योग्य हैं। आवेदनकर्ताओं की उम्र 18 वर्ष या उससे ज्यादा होनी चाहिए। पहले आओ पहले पाओ (फर्स्ट कम फर्स्ट सर्व) के आधार पर ट्रेनिंग होगी। केजरीवाल ने आगे कहा कि इस पूरे कदम से दिल्ली को तीसरी लहर से लड़ने में बड़ी मदद मिलेगी। मैं प्रार्थना करता हूं कि दिल्ली में थर्ड वेव आए ही न लेकिन आती है तो हम इसका मुकाबला मजबूती के साथ करेंगे। जिंदगी और मौत के बीच जंग लड़ रहा था बेटा लेकिन फिर भी पिता करता रहा लोगों की सेवा, हो गई मौत बॉम्बे हाई कोर्ट की खंडपीठ ने मध्यस्थों के एक आदेश को किया रद्द झारखंड कैबिनेट में हो सकता है बड़ा बदलाव, दिल्ली पहुंचे सीएम हेमंत सोरेन