भारत में आज भी कई सारी भाषाएँ बोली जाती है। आज देश में हमारी पौराणिक भाषाओं के साथ साथ विदेशी भाषा खासकर के अंग्रेजी भी बोली जाती है। लेकिन इन सभी में एक भाषा है जो देश और देशवासियों के लिए सदा ही ख़ास रही है और आगे भी रहेगी। इस भाषा में हमें अपनापैन जैसा लगता है और खस्सकार जब किसी भारतीय के साथ विदेश में भारतीय भाषा बोली जाती है तो उसे गर्व का अलग ही आभास होता है। केरल बाढ़ से प्रभावित हुआ ओणम उत्सव : अय्यपा मंदिर कुछ ऐसा ही अनुभव हाल ही में भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को भी हुआ है। दरअसल राष्ट्रपति कोविंद एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए चेक गणराज्य की राजधानी प्राग गए है। इस पहुंचते ही वहा उनका और उनकी पत्नी का स्वागत हिंदी के गानों और वाक्यों से किया गया है। उनके स्वागत के लिए इस कार्यक्रम में किशोर कुमार और मोहम्मद रफी के मशहूर गानों को बजाया गया था। सिंफॉनियता नाम के एक ऑर्केस्ट्रा के कलाकारों ने मशहूर हिंदी गीत 'पल पल दिल के पास' सुनकर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का दिल जीत लिया। उन्होंने एक ट्वीट करके अपनी ख़ुशी और आभार भी प्रकट किया। आपको बता दें कि जल्द ही हिंदी की महानता को मानाने का पर्व हिंदी दिवस भी आ रहा है। यह पर्व हर साल 14 सितंबर को पुरे देश भर में मनाया जाता है। दरअसल भारत के आजाद होने के दो साल बाद 14 सितबंर 1949 के दिन भारतीय संविधान सभा में हिंदी को राजभाषा घोषित किया गया था। इसके बाद से हर साल 14 अगस्त को हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाने लगा। ख़बरें और भी शिक्षक दिवस के मौके पर राष्ट्रपति और पीएम ने दी शुभकामनाएं प्रधानमंत्री मोदी, राष्ट्रपति कोविंद और अमित शाह ने देश को जन्माष्टमी की बधाई दी पीएम मोदी और राष्ट्रपति कोविंद ने दी देशवाशियों को रक्षाबंधन की बधाई