गोरखपुर: राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द ने गोरखपुर जिले के भटहट के पिपरी में महायोगी गुरु गोरखनाथ आयुष विश्वविद्यालय का भूमि पूजन व शिलान्यास कर दिया है। राष्ट्रपति सुबह सेना के वायुसेना के विमान से गोरखपुर एयरपोर्ट पहुंचे। वहां से वायुसेना के हेलीकॉप्टर से भटहट के पिपरी पहुंचे। शिलान्यास समारोह में देश की प्रथम महिला सविता कोविंद, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, सीएम योगी आदित्यनाथ उपस्थित रहे। माननीय राष्ट्रपति आदरणीय श्री राम नाथ कोविन्द जी के कर-कमलों द्वारा उत्तर प्रदेश के प्रथम आयुष विश्वविद्यालय ‘महायोगी गुरु गोरखनाथ आयुष विश्वविद्यालय, गोरखपुर’ का शिलान्यास... https://t.co/6S25ZaDmQ3 — Yogi Adityanath (@myogiadityanath) August 28, 2021 यूनिवर्सिटी का शिलान्यास करने के बाद कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि शरीर को स्वस्थ व निरोगी रखने के लिए भारत में कई तरह की चिकित्सा पद्धतियां मौजूद हैं। आयुष विद्यालयों से इन चिकित्सा पद्धतियों की सुव्यस्थित शिक्षा प्रदान की जाती है। दक्षिण में आज सभी लोग आयुष चिकित्सा पद्धति को अपना रहे हैं। ऐसे ही राज्य में आयुष चिकित्सा पद्धति को आगे ले जाने का महायोगी गुरु गोरखनाथ आयुष विश्वविद्यालय बड़ा जरिया बनेगा। उन्होंने कहा कि शरीर ही तमाम संकल्पों को पूरा करने का प्रथम माध्यम है। आप स्वस्थ रहें, निरोगी रहें, इस हेतु ही महायोगी गुरु गोरक्षनाथ आयुष विश्वविद्यालय की स्थापना की जा रही है। इस आयुष विश्वविद्यालय की आधारशीला रखकर मुझे अति प्रसन्नता हो रही है। महायोगी गुरु गोरक्षनाथ ने दुनियाभर में योग की महिमा को स्थापित किया था। राष्ट्रपति ने योग साधना से संबंधित गुरु गोरक्षनाथ के तमाम श्लोकों का जिक्र करते हुए कहा कि शरीर को निरोगी रखने के लिए नित्य योग साधना करना ही पर्याप्त है। आज पूरा विश्व भारत की परंपरागत चिकित्सा पद्धति को अपना रहा है। कूनो नेशनल पार्क में बढ़ेगी चीतों की संख्या, पर्यावरण मंत्री से मिले ज्योतिरादित्य सिंधिया NEET UG 2021: प्रवेश परीक्षा स्थगित करने की मांग करने वाले उम्मीदवारों के लिए जारी हुए नए अपडेट जियो ने हाई-एंड यूजर्स हासिल करने के लिए स्मार्टफोन बंडलिंग को बढ़ाया आगे