वाशिंगटन: अमेरिका के राष्‍ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बताया है कि वह इस बात से आश्चर्यचकित हैं कि राष्ट्रपति चुनाव के लिए उनको चुनौती देने वाली डेमोक्रेटिक पार्टी के जो बिडेन ने हिन्दुस्तानी मूल की सीनेटर कमला हैरिस का नाम पेश किया गया है. उन्‍होंने बतया कि यह जानने के बावजूद कि वह उनके प्रति कितनी अपमानजनक टिप्‍पणी की जा चुकी है. गौरतलब है कि ट्रंप ने अमेरिका के राष्‍ट्रपति चुनाव में डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्‍मीदवार जो बिडेन ने कमला हैरिस को उप राष्‍ट्रपति पद के लिए उम्‍मीदवार के तौर पर लाया गया है. डेमोक्रेटिक पार्टी के इस स्‍टैंड के बाद राष्‍ट्रपति ट्रंप ने यह जानकारी दी है. ट्रंप ने कमला के चयन पर उठाए सवाल: 1- व्हाइट हाउस में एक संवाददाता सम्मेलन में ट्रंप ने बोला कि यह देखना रोमांचित होगा कि वह इस चुनाव में किस तरह से कार्य करने वाली है. उन्‍होंने बताया कि बीते राष्‍ट्रपति चुनाव में प्राइमरी फेज में कमला का प्रदर्शन बहुत खराब और निराशाजनक रहा. उनका मतदान प्रतिशत बहुत खराब था. वह महज दो प्रतिशत मतों पर सिमट कर रह गई थी. ट्रंप ने उम्‍मीद जाहिर की इस बार उनका प्रदर्शन बेहतर होने वाला है. ट्रंप ने कहा कि डेमोक्रेटिक उम्‍मीदवार बिडेन की ओर से ऐसी बहुत सारी चीजें घट रही है, जिससे मैं हैरान और परेशान हूँ. 2- राष्‍ट्रपति ट्रंप ने बोला कि जब कैलिफोर्निया की सीनेटर कमला हैरिस एक वक़्त बिडेन को राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के लिए चुनौती देने वाले है, उस समय उन्‍होंने बिडेन को बहुत बुरा-भला बोला गया था. यहां तक की कमला उन्‍हें नास्तिक भी बोल चुकी है. ऐसे में कमला को अपना सहयोगी बनाना एक मेरे लिए एक चकित करने वाली घटना के बराबर है. कमला को बहादुर योद्धा और बेहतरीन नौकरशाह कहा: इधर अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार जो बिडेन ने कमला हैरिस को उप-राष्ट्रपति पद के लिए अपना उम्मीदवार बना चुके है. बिडेन ने मंगलवार को ट्वीट के द्वारा इस बात की सूचना दी है. उन्‍होंने कहा कि यह कहते हुए गर्व हो रहा है कि कमला हैरिस को उन्होंने अपना उप-राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार के तौर पर नाम का चयन कर लिया है. बाइडेन ने उन्हें बहादुर योद्धा और अमेरिका के सबसे बेहतरीन नौकरशाहों में से एक करार दे दिया है. हमेशा के लिए समाप्त हो सकता है कोरोना, भारत को रिसर्च में मिला बड़ा सहयोगी पाकिस्तान में पोलियो कार्यकर्ताओं को बड़ा झटका, सरकार ने किया अन्याय अमेरिका में कोरोना की चपेट में आए, 97000 हजार से भी ज्यादा बच्चे