कोलकाता : राष्ट्रपति चुनाव के बहाने विपक्ष को एकजुट करने की कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की कोशिशों को पश्चिम भाजपा के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने अस्तित्व की लड़ाई बताया है. नरेंद्र मोदी के खिलाफ एकजुटता की यह कोशिश दरअसल उनके खत्म हो रहे राजनीतिक अस्तित्व को बचाने की लड़ाई है. गौरतलब है कि राष्ट्रपति चुनाव में विपक्षी मोर्चा तैयार करने के लिए सोनिया गांधी सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी से मिल चुकी हैं और तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी से भी मुलाकात करेंगी.इस बारे में कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि राष्ट्रपति पद के लिए विपक्ष अपना उम्मीदवार उतारना चाहता है, लेकिन मोदी जी के सामने इनकी रणनीति फेल हो जाएगी.राष्ट्रपति चुनाव में भी उन्हें करारी हार मिलेगी. हमारी राजनीति सबका साथ, सबका विकास करने की है, जबकि विपक्ष तुष्टीकरण की राजनीति में भरोसा करता है. बता दें कि विजयवर्गीय ने कहा कि न केवल सहयोगी पार्टियां बल्कि विपक्ष के लोग भी जानते हैं कि केवल मोदी हीं देश को बचा सकते हैं.इसीलिए सबका साथ जरूर मिलेगा. विपक्ष पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि जब सीमा पर सैनिकों की हत्या होती है तो कोई भी पुरस्कार वापसी गैंग सामने आकर विरोध नहीं करता, ना ही विपक्ष के नेता कैंडल मार्च निकालते हैं.विपक्षी पाखंडी व अवसरवादी हैं, मानवाधिकार के नाम पर आतंकवाद व देशद्रोह का समर्थन करना ही इनका एक मात्र धर्म है.विजयवर्गीय ने कहा कि ममता बनर्जी की सरकार वोट बैंक के लिए काफी नीचे गिर चुकी है. ममता सरकार तुष्टीकरण की हरेक सीमा पार कर चुकी है.तृणमूल की सरकार ने घुसपैठ को खूब बढ़ावा दिया है जो ख्रतरनाक है. यह भी देखें विपक्ष ने तय किए राष्ट्रपति पद के ये उम्मीदवार ! उग्रवाद के विरोध में होने वाली बैठक में शामिल नहीं होंगी CM ममता बनर्जी