नई दिल्ली : इलेक्ट्रॉनिक्स के उत्पादों के शुल्क जल्दी ही बढ़ने वाले हैं और एक बार फिर आम जनता की जेब पर इलेक्ट्रॉनिक्स कम्पनिया डांका डालने वाली हैं. जी हाँ आपने सही सुना, अगले महीने से फ्रिज, एसी और वाशिंग मशीन जैसे प्रोडक्ट 3 से 5 प्रतिशत तक मंहगे हो सकते हैं. इनके दाम बढ़ने के पीछे कारण है कि कच्चे माल की कीमत में इज़ाफ़ा हुआ है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जल्दी ही कंपनियां कच्चे माल के दाम बढ़ने के कारण अपने इन प्रोडक्ट्स की कीमत बढ़ाने की तैयारी कर रही हैं. उद्योग से जुड़े सूत्रों के मुताबिक इस साल की शुरुआत से अब तक कई तरह के कच्चे माल के दामों में तकरीबन 30 से 50 प्रतिशत तक वृद्धि हुई है. जैसे कि इस्पात की कीमत में 40%, तांबे की कीमत में 50% और फ्रिज बनाने में इस्तेमाल की जाने वाली फोम को बनाने के लिए जो रासायनिक पदार्थ उपयोग में लाये जाते हैं, उनकी कीमत में दोगुनी वृद्धि हुई है. इसके अलावा विशेषज्ञों ने जानकारी दी की रेफ्रीजिरेटर बनाने में इन्ही तीनो उत्पादों का 70% उपयोग किया जाता है. अब इनके दाम बढ़ने से फ्रिज बनाने में लगभग 5 से 6 प्रतिशत की लगत बढ़ जायेगी. हालांकि अभी जैसा बाज़ार का माहौल है उसे देखते हुए कंपनियां पूरा भार उपभोक्ता पर नहीं डालना चाहती. इसके लिए कंपनियां खरीददारों पर केवल 3 से 5 प्रतिशत का भार बढ़ा सकती हैं, बाकी का भार कम्पनी ही उठाएगी. हालांकि एक्सपर्ट्स ने जानकारी दी कि ये कंपनियां इसी माह यानी नवम्बर से ही कीमत में इज़ाफ़ा चाहती हैं. लेकिन त्यौहार के सुस्त मौसम को देखते हुए और शादी का सीजन शुरु होने के कारण कंपनियां चाहती हैं कि उनका पुराना स्टॉक पहले ख़त्म किया जाए. फिर नए स्टॉक आने पर ही कीमतों में बृद्धि की जाये. ऐसे में जानकारों का कहना है की इन उत्पादों पर दिसंबर से अतिरिक्त शुल्क बढ़ाया जा सकता है. SONY के Xperia R1 और Xperia R1 Plus आये मार्केट में First Modern Music Studio की 66वीं वर्षगांठ पर Google का डूडल भी हुआ दीवाना क्यों लगा होता है फ्रिज के दरवाजों में चुम्बक?