कोरोनावायरस का प्रकोप भारत में चिंताजनक स्थिति में पहुंच चुका है. वायरस पर लगाम लगाने के लिए 21 दिनों को लॉकडाउन किया गया है. वही, किसी भी प्रकार की आपात स्थिति से निपटने के उद्देश्य से एक विशेष राष्ट्रीय कोष बनाने की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए और इससे प्रभावित लोगों को राहत प्रदान करने के लिए 'आपात स्थितियों में प्रधानमंत्री नागरिक सहायता और राहत कोष (पीएम केयर्स फंड)' के नाम से एक सार्वजनिक धर्मार्थ ट्रस्ट बनाया गया है. प्रधानमंत्री इस ट्रस्ट के अध्यक्ष हैं और इसके सदस्यों में रक्षा मंत्री, गृह मंत्री एवं वित्त मंत्री शामिल हैं. प्रधानमंत्री ने इस कोष में लोगों से दान देने की अपील की है. उनकी अपील का त्वरित असर दिखा. अफ़ग़ानिस्तान में बढे कोरोना के मामले, तीन हफ़्तों के लिए लॉकडाउन हुआ काबुल आपकी जानकारी बता दे कि कोष के बारें में पीएम मोदी ने साफ-साफ कहा है कि हम दान की छोटी से छोटी राशि स्वीकार करते हैं. हर कोई अपनी क्षमता के अनुसार दान कर सकते हैं. इस फंड का इस्तेमाल आनेवाले दिनों में अन्य आपदाओं के समय भी किया जाएगा. मैं देशवासियों से अपील करता हूं को भारत को स्वस्थ बनाने की इस मुहिम में शामिल हों. कोरोना से 45 मौतें होने के बावजूद बोले जापान के पीएम - 'अभी आपातकाल की आवश्यकता नहीं' कोरोनावायरस से निपटने के लिए राजनीति से लेकर उद्योग और बालीवुड सभी क्षेत्र के लोगों ने इसमें दान देने की घेाषणाएं शुरू कर दी. भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने अपने एमपीलैड फंड से एक करोड रुपये देने का एलान किया. साथ ही यह भी घोषणा कर दी कि भाजपा के सभी सांसद अपनी निधि से एक करोड रुपये कोरोना फंड में देंगे. टाटा ट्रस्‍ट ने 500 करोड़ रुपये देने की घोषणा की है. बाद में टाटा संस की ओर से एक हजार करोड़ रुपये और देने की घोषणा की गई . अमेरिका में कोरोना का शिकार हुआ मासूम कोरोना: बांग्लादेश की मदद के लिए आगे आया एशियाई विकास बैंक, देगा इतने करोड़ तुर्की में बढ़ा मौत का अकड़ा, कोरोना ने ली 24 घंटे में 100 से अधिक जानकारी