पीएम मोदी राम मंदिर के शिलान्यास और भूमि पूजन के आयोजन में भाग लेने वाले है.गुरूवार को पीएम ने राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के इस आशय के निमंत्रण को मौखिक रूप से स्वीकार कर लिया. पीएम से ट्रस्ट के सदस्यों की करीब 40 मिनट की मुलाकात हुई. इस दौरान पीएम को बुधवार को संपन्न हुई ट्रस्ट की पहली बैठक में लिए गए निर्णय के साथ दूसरी बैठक 3 और 4 मार्च को अयोध्या में बुलाने की भी जानकारी दी गई. इस बैठक में ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास, महामंत्री चंपत राय, कोषाध्यक्ष गोविंद गिरि, के परासरण सहित कुछ और सदस्य उपलब्ध रहे थे. महाशिवरात्रि : मोदी-शाह समेत कई नेता बोले हर हर महादेव, देशवासियों को दी बधाई आपकी जानकारी के लिए बता दे कि बैठक के बाद ट्रस्ट के एक सदस्य ने बताया कि पीएम को मंदिर निर्माण के लिए नौ कमेटियां गठित करने और इसका अलग-अलग सदस्यों को दायित्व दिए जाने की सूचना दी गई. सबसे पहले उन्हें शिलान्यास और भूमि पूजन कार्यक्रम में आने का न्यौता दिया गया, जिसे पीएम ने मौखिक रूप से स्वीकार कर लिया. इस दौरान पीएम को बताया गया कि ट्रस्ट की अयोध्या में होने वाली दूसरी बैठक में शिलान्यास और भूमि पूजन की संभावित तिथि पर विचार विमर्श किया जाएगा. इस बीच ट्रस्ट की पहली बैठक के बाद अध्यक्ष महंत नृत्यगोपाल ने अपने हस्ताक्षर का अधिकार ट्रस्ट के दूसरे सदस्य डॉ अनिल मिश्र को दे दिया है. अब भविष्य में मिश्र ही महंत नृत्यगोपाल दास के बदले ट्रस्ट के हर फैसले पर हस्ताक्षर करेंगे. बेटी ने लगाए ‘पाकिस्‍तान जिंदाबाद’ के नारे, आहत पिता बोले-कुछ मुस्लिमों के साथ जुड़ गई हैं... इस मामले को लेकर ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्यगोपाल दास ने कहा कि राम मंदिर भव्य एवं दिव्य बनेगा. निर्माण कार्य पीएम मोदी और यूपी के सीएम योगी आदित्यानाथ के कार्यकाल में ही पूरा हो जाएगा. उन्होंने कहा कि ट्रस्ट ने मंदिर के पुराने मॉडल को ही स्वीकार किया है. भवन निर्माण समिति जमीन की स्थिति के अनुरूप इसकी ऊंचाई और लंबाई बढ़ाने का फैसला करेगी.यह पूरी तरह से एक शिष्टाचार मुलाकात थी. प्रधानमंत्री ने ट्रस्ट के सदस्यों को न्यौता दिया था. हमने पीएम को ट्रस्ट की पहली बैठक में लिए गए निर्णयों की जानकारी दी. विधायक वारिस पठान के जहरीले बयान पर कई पार्टी के नेता भड़के, बोली ये बात धर्म को लेकर भाजपा पर गरजी सीएम ममता बनर्जी, कहा-हम एक अखंड भारत से प्यार करते हैं... राहुल गाँधी को फिर मिलेगी कांग्रेस की कमान, अप्रैल में चुने जा सकते हैं पार्टी अध्यक्ष