कोरोना संकट के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को गुट निरपेक्ष (NAM) देशों के सम्मेलन में हिस्सा लिया. इस दौरान वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पीएम मोदी ने कहा कि मानवता एक बड़े संकट का सामना कर रही है. साथ ही, पाकिस्तान का नाम लिए बिना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को कहा कि दुनिया आज कोविड-19 नामक गंभीर महामारी से लड़ रही है, लेकिन कुछ लोग आतंकवाद, फेक न्यूज और छेड़छाड़ किए गए वीडियो जैसे घातक वायरस फैला रहे हैं. प्रधानमंत्री मोदी ने सोमवार को गुट निरपेक्ष आंदोलन (नाम) सम्मेलन को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए संबोधित करते हुए यह बात कही. कोरोना: दाढ़ी नहीं काटी तो सिख डॉक्टर को ड्यूटी से हटाया अपने संबोधन में उन्होंने कहा, " कोरोना वायरस का मुकाबला करने के लिए, हमने अपने निकटवर्ती इलाके में तालमेल को बढ़ावा दिया है और हम कई अन्य लोगों के साथ भारत की चिकित्सा विशेषज्ञता को साझा करने के लिए ऑनलाइन प्रशिक्षण का आयोजन कर रहे हैं. अपनी जरूरतों के बावजूद हमने 123 सहयोगी देशों को चिकित्सा आपूर्ति सुनिश्चित की है." कुछ इस तरह शुरू हुआ था पूर्व राष्ट्रपति ज्ञानी ज़ैल सिंह का राजनीतिक सफर आपकी जानकारी के लिए बता दे कि अजेरबैजान के राष्ट्रपति इल्हाम अलीवेव की पहल के बाद यह बैठक बुलाई गई थी. बता दें कि इल्हाम अलियेव गुट निरपेक्ष आंदोलन के मौजूदा चेयरमैन हैं. यहां यह भी जानना जरूरी है कि मौजूदा समय में संयुक्त राष्ट्र के बाद गुट निरपेक्ष आंदोलन दुनिया का सबसे बड़ा राजनीतिक समन्वय और परामर्श का मंच है. इस समूह में 120 विकासशील देश शामिल हैं. इटली में लॉकडाउन से छूट देना सरकार को पड़ गया भारी लॉकडाउन से मिली ढील तो पार्क और कई जगह पर बढ़ने लगी भीड़ CORONAVIRUS: चीन में बढ़ी परेशानी, बिना लक्षण वाले मिल रहे कोरोना संक्रमित