नई दिल्ली: प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को लोगों से भ्रम फैलाने के लिए सोशल मीडिया का उपयोग नहीं करने का आग्रह किया, उन्होंने कहा कि यह मुद्दा किसी राजनितिक विचारधारा से सम्बंधित नहीं है, किन्तु सोशल मीडिया पर गलत जानकारियां फैलाना सभ्य समाज की निशानी नहीं है, भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं और उनके लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी के स्वयंसेवकों के साथ एक वीडियो बातचीत में मोदी ने कहा कि सभी को खुद को "मीडिया गंदगी फैलाने" से बचना चाहिए. जन्म दिन विशेष : मेजर ध्यानचंद को कभी हिटलर ने किया था जर्मनी नागरिकता का ऑफर उन्होंने कहा कि हमारे आस-पास कई अच्छी चीज़ें हैं, हमें उनपर ध्यान देना चाहिए. एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, "लोग कभी-कभी सीमाओं को पार कर जाते हैं, वे कुछ झूठ सुनते हैं या देखते हैं और उसे फॉरवर्ड कर देते हैं, उन्हें ध्यान नहीं रहता है कि वे समाज को कितना नुकसान पहुंचा रहे हैं. पीएम मोदी ने कहा कि कुछ लोग ऐसे शब्दों का उपयोग करते हैं जैसा किसी सभ्य समाज का आचरण नहीं होता, वे महिलाओं के बारे में कुछ भी कहते हैं या लिखते हैं. शराब पी तो आपकी गाड़ी ही करेगी पुलिस से शिकायत प्रधान मंत्री ने कहा कि लगभग 125 करोड़ भारतीय हैं और सभी को सोशल मीडिया के माध्यम से कभी भी गंदगी न फैलाने के लिए खुद को प्रशिक्षित करना चाहिए, बल्कि उनके चारों ओर अच्छी चीजें साझा करना चाहिए, उन्होंने कहा कि स्वच्छता परियोजना मानसिक सफाई के बारे में भी है. खबरें और भी:- लड़कियों के लिए मानसिक और भावनात्मक घाव है खतना : सुप्रीम कोर्ट महिलाओं के खतना के खिलाफ दायर की हुई याचिका पर आज होगी सुनवाई राफेल डील : अम्बानी ने ठोका 5000 करोड़ का मानहानि मुक़दमा