नई दिल्ली. प्रधानमंत्री मोदी मंगलवार रात जर्मनी से स्पेन रावण हो गए है. इन तीन दशकों मे पहले किसी भारतीय प्रधानमंत्री की स्पेन विजिट है. बता दे कि वह 4 देशो के 6 दिवसीय दौरे पर है. मंगलवार को उन्हें गार्ड ऑफ़ ऑनर दिया गया. इसके बाद उन्होंने जर्मन चांसलर एंगेला मर्कल के साथ इंडिया-जर्मनी इंटर-गवर्नमेंटल कॉन्सुलेशन्स की मीटिंग में शिरकत की. एकसंयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मोदी ने कहा कि भारत और जर्मनी एक दूसरे के लिए बने है. स्पेन के बाद पीएम रूस और फ्रांस भी जाएगे. स्पेन दौरे पर दोनों देशो के बीच इंफ्रास्ट्रक्चर और एनर्जी सेक्टर में डील भी हो सकती है. भारत मे भारत में 200 स्पेनिश कंपनियां ऑपरेशनल हैं. अप्रैल 2000 से 2016 तक 2.32 अरब डॉलर का इन्वेस्टमेंट स्पेन की तरफ से भारत में हो चुका है. इंडो-जर्मन बिजनेस समिट में प्रधानमंत्री मोदी ने बताया, हमारी इकोनॉमिक पार्टनरशिप काफी मजबूत है. इसे और आगे बढ़ाने के लिए हम जर्मन कंपनीज का स्वागत करने के लिए बाहें फैलाकर खड़े हैं. मेक इन इंडिया बड़ा असर डाला है. जर्मनी मेक इन इंडिया को कामयाब बनाने के लिए बड़े पैमाने पर सहयोग कर रहा है. मै अधिक से अधिक जर्मन कंपनियों को यहां बुलाता हूं. मैं वादा करता हूं कि हम आपके हाथ से हाथ मिलाकर कड़ी मेहनत करेंगे. ये भी पढ़े ये बाबूराव का स्टाइल है विरोध के बाद मवेशियों की बिक्री पर पाबंदी के नियम में बदलाव कर सकती है मोदी सरकार जर्मनी में मर्केल से मिले मोदी, जर्मन-भारत संबंधों को मिलेगा नया मुकाम