प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देशभर में पिछड़े जिलों के विकास के लिए लगातार जोर दे रहीं है. राज्य में भी पिछड़े आठ जिलों की जानकरी वो लगातार अपने मंत्रियों और अधिकारियों से ले रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसके लिए प्रदेश के आदिवासी बहुल और पिछड़े जिलों के लिए आईएएस अधिकारियों और केंद्रीय मंत्री की एक टीम भी बना दी है. मध्य प्रदेश के जिलों के लिए जिन मंत्रियों को जिम्मेंदारी सौंपी गई है उनमें नरेंद्र सिंह तोमर को गुना, थावरचंद गहलोत को राजगढ़, प्रकाश जावड़ेकर को बड़वानी-खंडवा, सुषमा स्वराज को विदिशा, वीरेन्द्र खटिक को दमोह-छतरपुर और एमजे अकबर को सिंगरौली जिले का प्रभारी बनाया गया हैं. ये जानकारी प्रदेश योजना, आर्थिक एवं सांख्यिकी विभाग को मुख्य सचिव प्रदेश के मुख्य सचिव ने दी है. दअरसल देशभर के पिछड़े राज्यों के लिए नीति आयोग ने मार्च 2018 में ने देश के 101 जिलों की लिस्ट जारी की थी. प्रधानमंत्री के इस निर्णय पर कमलनाथ ने ट्वीट करते हुए राज्य के मुख्यमंत्री पर निशाना भी साधा है. कमलनाथ ने ट्विटर पर लिखा "अमित शाह का पहले प्रदेश में चेहरा आगे कर चुनाव नहीं लड़ने के ऐलान के बाद अब पीएम मोदी का नया क़दम, प्रदेश के 8 पिछड़े जिलों की कमान केंद्रीय मंत्रियो को, स्पष्ट करता है प्रदेश में मुख्यमंत्री और उनकी सरकार के अधिकारी-मंत्री नकारा है. छात्रावास में पानी की किल्लत से छत्राएं परेशान मध्यप्रदेश: नाबालिग से दुष्कर्म कर जिन्दा जलाया छतरपुर के पास एक यात्री बस में आग लगी