पुणे: कोरोना संक्रमण के बीच आए दिन अस्पताल से जुड़ी खबरें आ रहीं हैं। हाल ही में मिली जानकारी के तहत पुणे जिला स्वास्थ्य विभाग ने कथित रूप से बिल का भुगतान नहीं होने पर एक कोरोना वायरस संक्रमित का शव नहीं देने वाले मामले में जांच का आदेश दिया है। जी दरअसल यह मामला तालेगांव दाभाडे के एक मेडिकल कॉलेज-अस्पताल का है। जिसके खिलाफ बीते सोमवार को जांच के आदेश जारी कर दिए गए हैं। इस मामले में जिला प्रशासन ने अस्पताल के खिलाफ शिकायत में जांच के लिए आठ सदस्यीय समिति बनाई है। बताया जा रहा है इसमें जिला स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी, बी जे मेडिकल कॉलेज और सासून जनरल अस्पताल के एक चिकित्सक, खाद्य और औषधि प्रशासन के एक अधिकारी, जिला स्वास्थ्य अधिकारी तथा जिला सिविल सर्जन शामिल हैं। वहीँ दूसरी तरफ इस मामले में जिला सिविल सर्जन अशोक नंदापुरकर ने कहा, ‘‘मावल से शिवसेना के लोकसभा सदस्य श्रीरंग बर्णे की ओर से शिकायत मिली है कि अस्पताल प्रबंधन ने बिलों का भुगतान नहीं किये जाने पर कथित तौर पर एक कोविड-19 पीड़ित के शव को तीन दिन तक रोक कर रखा।’’ इसी के साथ उन्होंने यह भी कहा कि, ''आठ सदस्यीय समिति शिकायत पर जांच के लिए मंगलवार को अस्पताल का दौरा करेगी। मावल के एक गरीब रोगी की पिछले दिनों कोरोना वायरस संक्रमण से मृत्यु हो गयी थी और महात्मा ज्योतिराव फुले जन आरोग्य योजना के माध्यम से मेडिकल बिल का भुगतान किये जाने के बावजूद अस्पताल प्रबंधन ने मृतक के परिजनों से और पैसा मांगा।'' आज पूरी वैदिक परंपरा के साथ खुले बद्री विशाल के कपाट, नर रूप में होगी 'नारायण' की पूजा तीन लड़कियों को जंगल ले गए 4 लड़के, एक को पिलाई शराब और फिर।।। गुजरात में चक्रवाती तूफ़ान से मची भारी तबाही तो सेना ने उठाया जिम्मा