नई दिल्ली: देश में मौजूदा समय में कोरोना वैक्सीन की कमी की बात कई केंद्रों से सामने आई है, जिसके चलते कई सेंटर बंद भी करने पड़े लेकिन प्राइवेट अस्पतालों के पास वैक्सीन की उपलब्धता को लेकर केंद्र सरकार ने जो डाटा पेश किया है, वो चौकाने वाला है। सरकारी आंकड़ों से पता चला है कि पिछले महीने प्राइवेट अस्पतालों में महज 17 फीसदी खुराक का उपयोग किया गया था। इसलिए प्राइवेट अस्पतालों के पास बिना इस्तेमाल की गई वैक्सीन का बड़ा हिस्सा बचा हुआ है। चार जून को स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से जारी आंकड़ों के अनुसार, मई महीने में पूरे देश में 7.4 करोड़ खुराकें मुहैया कराई गईं, जिनमें से प्राइवेट अस्पतालों को 1.85 करोड़ डोज़ दिए गए थे। प्राइवेट अस्पतालों ने उपलब्ध वैक्सीन में से 1.29 खुराकें खरीदी, किन्तु सरकार के डाटा से पता चलता है कि सिर्फ 22 लाख खुराक का इस्तेमाल किया गया था। हालांकि जानकारों का कहना है कि प्राइवेट अस्पताल में वैक्सीन लगाने की कीमत अधिक है, इसलिए लोग सरकारी अस्पतालों का रुख कर रहे है और यही कारण है कि प्राइवेट अस्पतालों में इतनी तादाद में वैक्सीन उपलब्ध हैं। सरकार ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि कुछ मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि प्राइवेट अस्पतालों को 25 फीसदी वैक्सीन आवंटित की गई, जिसमें अस्पतालों ने 7.5 फीसदी वैक्सीन ही लगाई हैं। हालांकि सरकार ने ऐसे दावों को अनुचित बताते हुए कहा कि ये हमारे पास उपलब्ध डाटा से मेल नहीं खाते हैं। NRHM घोटाला: झारखंड HC ने जांच पर जताया संदेह, कहा- CBI को दे सकते हैं केस श्रीगंगानगर में फ्यूल की डबल सेंचुरी, पेट्रोल 107, तो डीजल 100 रुपए लीटर जबरदस्त बढ़त पर बंद हुआ शेयर बाजार, आईटी और मेटल शेयरों में आई चमक