नई दिल्लीः कर्ज से दबी सरकारी क्षेत्र की विमानन कंपनी एयर इंडिया को सरकार निजी हाथों में सौंपने का विचार कर रही है। सरकार ने कहा कि वह निजीकरन के लिए तैयार है और कंपनियां तथा संभावित खरीदार इसके अधिग्रहण में रुचि दिखा रहे हैं। केंद्रीय नागरिक विमानन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने बताया कि उनके पास इस संबंध में जानकारी लेने के लिए दुनिया भर से फोन आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि अधिग्रहण कम से कम समय में बेहतर समझौते के साथ पूरा किया जाएगा। मंत्री के मुताबिक एयर इंडिया को खरीदने वाले इसे निजी कंपनियों के नियमों के अनुसार चला सकेंगे। संसद ने इसी महीने की तीन तारीख को एयरपोर्ट इकोनॉमिक रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया बिल, 2019 में संशोधन को मंजूरी दी थी। सरकार ने कहा था कि वह एयर इंडिया का निजीकरण करने के लिए प्रतिबद्ध है क्योंकि इसका कर्ज क्षमता से अधिक बढ़ गया है। सरकार ने बीते साल भी एयर इंडिया के विनिवेश की तैयारी की थी। मगर उस वक्त उसे एक भी खरीदार नहीं मिल पाया। जानकारों के मुताबिक विनिवेश के लिए सरकार ने कई ऐसी शर्ते रखी थीं, जिनका संभावित खरीदार पालन करने में कठिनाई महसूस कर रहे थे। तेल केपनियों ने बताया भूगतान न होने के कारण ईंधन की सप्लाई रोक दी है। तेल कंपनियां ऐसा कई दफे कर चुकी है। आरबीआई जारी करेगा 100 रूपये के वार्निश नोट, यह होगी खासियत सभी मुख्य हवाई अड्डों पर लगेंगे बॉडी स्कैनर, सरकार ने लिया फैसला अगरबत्ती उद्योग को संकट से उबारने के लिए सरकार उठाएगी यह कदम