मथुरा: मंगलवार यानी आज कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने मथुरा में किसान महापंचायत में भाग लिया। इस के चलते उन्होंने कृषि कानूनों को लेकर केंद्र की मोदी सरकार पर खूब तंज कसा। उन्होंने बताया कि 90 दिनों से भारत की राजधानी के सीमा पर अन्नदाता अपने अधिकारों की जंग लड़ रहा है, 215 अन्नदाता शहीद हुए। पीएम जो अपने शासनकाल में विश्व के प्रत्येक कोने तक पहुंच पाए, वो दिल्ली जहां वो रहते हैं, उसकी सीमा तक नहीं पहुंच पाए। प्रियंका गांधी ने मथुरा में राधे-राधे से भाषण आरम्भ किया एवं बांके बिहारी, यमुना मईया का जयकारा लगवाया। उन्होंने बताया कि यह भूमि अहंकार तोड़ती है, इंद्र का अहंकार तोड़ने के लिए कृष्ण जी ने गोवर्धन पर्वत उठाया। भाजपा सरकार ने भी अहंकार पाल लिया है। अन्न उपजाने वाला तथा सीमा पर सैनिक भेजने वाले किसान 90 दिनों से सड़कों पर बैठे हैं। प्रियंका ने दोष लगाया कि सरकार ने अन्नदाताओं को प्रताड़ित किया। उनसे मिलने ना पीएम आए ना किसी को भेजा। कांग्रेस महासचिव ने कहा, दिनकर जी ने बताया था, "जब नाश मनुज पर छाता है, पहले विवेक मर जाता है।'' इस सरकार का विवेक मर चुका है, प्रभु श्री कृष्ण इनका अहंकार तोड़ेंगे। अन्नदाताओं को आलू की फसल फेंकनी पड़ी। गन्ना का 15 हजार करोड़ बकाया है। किन्तु पीएम ने अपने लिए दो जहाज क्रय कर लिए। पेट्रोल, डीजल, गैस की कीमतों में वृद्धि हो रही हैं, स्मार्ट मीटर से लूट हो रही है। प्रियंका गांधी ने कहा कि ब्रज में गौशालाओं के हालात आपको पता है, गौ वंश को ना चारा प्राप्त हो रहा है ना पानी। सरकार ने जो 200 करोड़ आवंटित किए उसका क्या हुआ? सरकार को ब्रज की जनता से सीखना चाहिए कि गौ वंश की रखवाली कैसे होती है। प्रियंका की सभा में कुछ लोगों ने नारेबाजी की, उनसे मिलने प्रियंका थोड़े समय के लिए मंच से नीचे उतरीं। गुजरात निकाय चुनाव में बड़ी जीत की तरफ भाजपा, 40 सीटों पर किया कब्ज़ा, मतगणना जारी अमेरिका में कोरोना से हुई 5 लाख लोगों की मौत, श्रद्धांजलि देने के लिए व्हाइट हाउस में जलाई गई मोमबत्तियां IIT खड़गपुर के स्टूडेंट्स को पीएम मोदी ने दिया 'सेल्फ थ्री' का मन्त्र, बोले- असफलता सफलता का आधार है...