जयपुर: राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच काफी समय से जारी सियासी टशन को कांग्रेस आलाकमान जल्द से जल्द खत्म कराना चाहता है. सीएम गहलोत के दिल्ली दौरा और कांग्रेस पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी की सक्रियता के बाद अब कैबिनेट विस्तार और सियासी नियुक्तियों का रोड़मैप तैयार कर लिया गया है. गहलोत-पायलट के बीच सुलह और समझौता के पीछे प्रियंका गांधी का सियासी उद्देश्य छिपा हुआ है. पायलट की नाराजगी को दूर कर कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी यूपी के चुनावी मैदान में उन्हें उतारकर कैश कराने की योजना बनाई है. सीएम अशोक गहलोत ने बुधवार को दिल्ली में कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के आवास पर प्रियंका गांधी, संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल और प्रदेश प्रभारी अजय माकन के साथ लंबी मीटिंग की. इस सचिन पायलट सुबह केसी वेणुगोपाल के साथ मुलाकात की थी. हालांकि, प्रियंका गांधी ने जिस तरह से सीएम अशोक गहलोत के साथ दूसरी दफा बैठक हुई है, उससे स्पष्ट है कांग्रेस नेतृत्व अब इस मामले में देर नहीं करना चाहता है. दरअसल, राजस्थान के मामले को लेकर सीएम अशोक गहलोत ने राहुल गांधी के आवास पर एक महीने के भीतर दूसरी बार कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल और राजस्थान के प्रभारी अजय माकन के साथ पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी के साथ मिले हैं. बताया जा रहा है कि प्रियंका गांधी चाह रही है कि सचिन पायलट को जल्द से जल्द उचित सम्मान देकर कांग्रेस में संगठन में उन्हें एक्टिव कर दिया जाए. BSF की ताकत बढ़ने से 'कांग्रेस' में बेचैनी क्यों ? चन्नी सरकार ने पारित किया निंदा प्रस्ताव 'हम लखनऊ आ रहे हैं, स्वागत की तैयारी करो..', सीएम योगी से बोले राकेश टिकैत यूपी चुनाव: शिवपाल सपा में विलय के लिए तैयार, क्या अखिलेश का हाथ पकड़कर होगी नैया पार ?