नई दिल्ली: धर्मनगरी प्रयागराज में माघ मेले के तीसरे मुख्य स्नानपर्व मौनी अमावस्या पर संगम तट पर आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा है। कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा भी मौनी अमावस्या स्नान पर्व पर संगम तट पर पहुंच गई हैं। वह यहां संगम पर वक़्त बिताने के बाद दोपहर का भोजन भी यहीं मनकामेश्वर में कर सकती हैं। वहीं, माघ मले के सबसे मुख्य स्नान पर्व मौनी अमावस्या के अवसर पर संगम में जनसैलाब उमड़ गया है। कोरोना संक्रमण काल में गुरुवार को यह पहला मौका रहा जब प्रयागराज में एक ही जगह पर इतनी भीड़ जुटी इससे पहले फूड इंस्पेक्टर ने भोजन का मुआयना किया। कहा तो ये भी जा रहा है कि वह शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती से बातचीत भी कर सकती हैं। प्रियंका गांधी वाड्रा 11:40 बजे आनंद भवन पहुंचीं। वहां कांग्रेस के नेताओं ने उनका भव्य तरीके से स्वागत किया। उनके साथ उनकी बेटी भी मौजूद है। गेट पर भारी भीड़ को देखते हुए आनंद भवन के दरवाज़े को खोल दिया गया। कांग्रेस के कार्यकर्ता भी आनंद भवन के भीतर घुस गए थे, जिन्हें बाद में रोका गया। आनंद भवन पहुंचकर कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गाँधी वाड्रा ने अपने परदादा और देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू के अस्थिस्थल पर पुष्प अर्पित करते हुए उन्हें याद किया। इसके बाद वो अनाथ बच्चियों से मिलीं और बहुत देर तक उनसे बात की। ब्रिटेन का नया कोरोना संस्करण है एक चिंता का विषय: वैज्ञानिक देश की अर्थव्यवस्था गर्त में, हमारी बात पर विचार करने को तैयार नहीं सरकार - पी चिदंबरम कैलिफोर्निया में आया दक्षिण अफ्रीकी कोरोनावायरस संस्करण का पहला मामला