उज्जैन : नोटबंदी के बाद से शहर के लोगों की परेशानी थमने का नाम नहीं ले रही है। लोगों की भीड़ जहां बैंकों और एटीएम में लगी हुई देखी जा सकती है वहीं लोगों को इसलिये भी निराश लौटना पड़ रहा है क्योंकि अधिकांश एटीएम या तो बंद पड़े हुये है या फिर इतनी लंबी कतार लगी हुई है कि वृद्ध और महिलाएं तो वापस ही लौट रहे है। रही बात बैंकों की तो, बैंक खुलने के दो-तीन घंटे पहले से ही लोगों की कतार लगने लगती है। इधर शनिवार, रविवार और सोमवार को छुट्टी होने से लोगों की परेशानी और अधिक बढ़ गई है। शहर के लोगों ने बताया कि दिसंबर माह शुरू हुये दस दिन बीत गये है लेकिन घर में एक भी पैसा नहीं होने से, घर चलाना मुश्किल हो गया है। लोगों का कहना है कि शहर के अधिकांश एटीएम बंद पड़े हुये है, जहां एटीएम चालू है वहां दो हजार रूपये से अधिक निकलते नहीं है। दो हजार रूपये का नया नोट निकलता है, परंतु बाद में छुट्टे की समस्या हो जाती है। लोगों का कहना है कि पांच सौ के नये और सौ रूपये के नोट तो एटीएम में है ही नहीं। लोगों की मांग है कि समस्या को दूर करने की तरफ ध्यान दिया जाये। बैंक की कतार में दे दिया बच्चे को जन्म