देश तरक्की करता जा रहा है और इस तरक्की में हर कोई अपना हुनर भी दिखाना चाहता है। इसी दौड़ में हर कोई आगे निकल रहा है और सभी इस दौड़ को जीतना भी चाहते हैं। लेकिन किसी एक देश से दूसरे देश जाना या फिर किसी गाँव से किसी ऐसे शहर में जाना जहाँ आपके लिए सभी कुछ नया हो। ऐसे में कई लोगों के साथ दिक्कत आती है। तो आज हम बात करने जा रहे हैं ऐसी ही कुछ जिसमे ये आपको हम ये बताएँगे कि क्या क्या परेशानियों का सामना करना पड़ता है जब एक शख्स अपने गाँव से किसी दूसरे शहर आता है। एक ऐसा शहर जहाँ आपको रहना ना आता हो और ना ही शहर के बारे में कोई जानकारी हो। - सबसे पहले तो गांव से आने वालों को अपने लिए घर ढूँढना बहुत ही मुश्किल होता है। कहाँ रहना है, क्या खाना है ये सब बातों में उसे काफी मुश्किलें आती हैं। किसी भी शहर जाओ तो वहां का माहौल देखना वहां के लोगों को समझना ये भी किसी मुश्किल से कम नहीं है। माहौल बदलने के बाद धीरे धीरे ही वो शहर के माहौल में ढल पाता है। - गाँव से शहर काफी आगे बढ़ चुके हैं, जिसकी जानकारी गाँव में रहने वालो लोगों को कम ही होती है। जिसमे ललक हो कुछ सीखने की तो वो शहर की सभी बातें जान लेता है और उन पर ही खुद को चलाता है ताकि वो किसी से पीछे ना रह पाए। वहीँ कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जो बस गाँव में ही रहना चाहते हैं लेकिन जब शहर जाने की बारी आती है तो बहुत कुछ सहना भी पड़ता है। - गाँव के कुछ ही लोग होते हैं तो टेक्नोलॉजी में खुद को अपडेट करके रखते हैं। लेकिन जिन्हे इनकी जानकारी नहीं होती शुरू शुरू में उन्हें काफी परेशानी आती है। बात करें इलेक्ट्रॉनिक चीज़ों की तो मोबाइल तो हर कोई चलाता है, लेकिन लैपटॉप न हर किसी के पास होता है ना ही उसे हर कोई चला पाता है। शुरुआत में इन सब में ही दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। - अगली परेशानी भी कुछ कम नहीं होती, दिक्कतें पहचान पत्र को लेकर भी आती हैं जो उस शख्स के गाँव में बने हुए होते हैं और शहर में इस्तेमाल करना होता है। हालाँकि परेशानी कम हो जाती है लेकिन उतनी नहीं जिनसे उनके काम आसानी से हो जाए। - अब गाँव से अगर नौकरी का सपना लेकर आये हैं तो नौकरी भी इतनी आसानी नहीं मिल जाती। इसमें भी कड़ी धुप में पुरे अनजान शहर में घूमना पड़ता है जिससे कि के नौकरी मिल जाए। कई जगह से चप्पलें घिसने के बाद कुछ छोटी मोटी नौकरी मिलती है जो उस समय के लिए उनके लिए सही होती है। ये सब तो रही कुछ गंभीर परेशानियां, कुछ ऐसी परेशानी भी होती हैं जो थोड़ी मज़ेदार भी होती हैं उनके लिए भी और दुसरो के लिए। अब चूँकि गाँव से शहर में आये हैं तो सब कुछ बदलना पड़ता है और शहर के रंग में ही रंगना पड़ता है ताकि वहां के लोगों जैसे ही दिख सके। - गाँव से आने के बाद लोग अक्सर शहर को घूमना पसंद करते हैं। इससे वो शहर को जान पाते हैं और वहां की सभ्यता को भी समझ जाते हैं। शहर की हर नयी चीज़ को एक अजीब ढंग से देखते हैं जो देखने वाले के लिए थोड़ा मज़ेदार होता है। - पहली बार किसी मॉल में जाना और मॉल को इस तरह से देखना जैसे पूरा शहर और उसका सामान उसी में समाया हुआ हो। यहां तक भी ठीक है लेकिन जब मॉल में Escalator यानी स्वचालित सीढ़ियों की बात आती है तो कुछ लोग इस से भी घबरा जाते हैं। - तकनीक बढ़ती जा रही है तो हर काम अब बिजली से किया जाता है। सीढियाँ स्वचलित होना, और वहीँ लिफ्ट भी होना जिससे हमे थोड़ी भी परेशानी नहीं होती खुद को चलाने में। लेकिन आज भी कुछ लोग ऐसे हैं जो लिफ्ट का इस्तेमाल करना नहीं जानते तो यही बात कभी कभी उनके लिए मज़ेदार बन जाती है। - इनमे से सबसे मज़ेदार होता है, उन लोगों का कपडे पहनने का तरीका जो शहर से काफी अलग होता है। शहर में आने के बाद कुछ समय तक वो अपनी उन्ही वेशभूषा में रहते हैं जैसे अब तक रहते आये हैं। लेकिन कुछ समय के बाद वो शहर के लोगों की तरह दिखने लगते हैं। - इसके बाद आता है उनका बोलना यानी उनकी भाषा भी पूरी तरह अलग होती है जो शहर के लोगों को कम ही समझ में आती है। लेकिन फिर भी लोगों में घुल मिल कर वो खुद को उनके लायक बना लेते हैं और उनकी भाषा कुछ लोगों के लिए हंसी के पल बन जाती है। ये भी पढ़िए - 12 गलतियां जो आपके Awesome Beach Photos को बना सकती हैं Worst