भारत में कोरोना संक्रमण तेजी से फैल रहा है. ऐसे में एक बड़ी चिंता खाद्यान्न आपूर्ति को लेकर है. हालांकि, अच्छी बात यह है कि तमाम परेशानियों के बावजूद पंजाब में इस बार गेहूं का न सिर्फ जबरदस्त उत्पादन हुआ है, बल्कि केंद्र सरकार ने स्पेशल ट्रेन चलाकर इसे अन्य जगहों तक पहुंचाने का काम भी शुरू कर दिया है. क्या चीन के कोरोना फैलने के आरोप की जांच करने वाला है WHO ? अपने बयान में पंजाब के खाद्य एवं सिविल सप्लाई मंत्री भारत भूषण आशु ने कहा कि मई के पहले हफ्ते में कोविड-19 के कारण पैदा हुई मुश्किलों के बावजूद बीते 19 दिनों के दौरान राज्य में 90 लाख मीट्रिक टन गेहूं की खरीद सफलतापूर्वक कर ली गई है. इस बार लगभग 135 लाख मीट्रिक टन गेहूं की खरीद की जानी है. आशु ने कहा कि कैप्टन अमरिन्दर सिंह के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार इस काम में शामिल सभी लोगों की सेहत का ख्याल रखते हुए राज्य की 4000 मंडियों में सामाजिक दूरी सम्बन्धी नियम का सख्ती से पालन करने जा रही है. उन्होंने कहा कि हमारे लिए यह संतोषजनक बात है कि लेबर की कमी और जूट मिलों के बंद होने के बावजूद 19 दिनों में ही 90 लाख मीट्रिक टन गेहूं की खरीद कर ली गई है. देश में कोहराम मचा रहा कोरोना, एक लाख के पार पहुंचा महामारी का संक्रमण आपकी जानकारी के लिए बता दे कि पंजाब को 13.5 मिलियन टन के खरीद लक्ष्य को पूरा करने के लिए 3.5 से 4 लाख मजदूरों की आवश्यकता होती है. इनमें 90 फीसदी मजदूर बिहार और उत्तर प्रदेश से आते हैं. ये मजदूर 15 अप्रैल तक पंजाब पहुंचते हैं. पर लॉकडाउन की वजह से ऐसा संभव नहीं हो सका. मंडियों में ज्यादा भीड़ न हो, इसके लिए पंजाब सरकार ने खरीद-फरोख्त को 15 जून तक बढ़ा दिया. फूड एंड सिविल सप्लाई डिपॉर्टमेंट और पंजाब मंडी बोर्ड (पीएमबी) ने 3,447 गेहूं खरीद केंद्र बनाए हैं. पहले यहां 1849 अनाज मंडी केंद्र थे. इसके लिए सरकार ने 27 लाख कूपन किसानों में बांटे हैं. ऐसे में वे गेहूं अपनी बारी के हिसाब से मंडी में आएंगे. मई के पहले हफ्ते तक 13,80,000 कूपन जारी कर दिए गए थे. रोजाना 70,000 से 1 लाख कूपन जारी किए गए. महाराष्ट्र में भीषण सड़क हादसा, झारखंड जा रहे चार मजदूरों की मौत इन कर्मचारियों को आना होगा ऑफिस, लॉकडाउन के बीच सरकार का आदेश भारत में तबाही मचाने के लिए करीब आ रही नई मुसीबत