बैंगलोर: कर्नाटक में हाल के दिनों में सांप्रदायिक तनाव बढ़ गया है, खासकर तब जब चित्रदुर्ग, दावणगेरे और कोलार में मिलाद-उल-नबी के जुलूसों के दौरान फिलिस्तीनी झंडे फहराए गए। यह घटना गणेश मूर्ति विसर्जन के दौरान नागमंगला में हुई हिंसा के बाद हुई, जहां हिन्दू जुलुस पर कट्टरपंथियों ने हमला कर दिया था। हालाँकि, नागमंगला में अब शांति है, लेकिन राज्यभर में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। भाजपा नेताओं ने इन घटनाओं की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को सौंपने की मांग की है, और स्लीपर सेल जैसी विभाजनकारी ताकतों की भूमिका पर सवाल उठाया है। कर्नाटक हाई कोर्ट भी कह चुकी है कि राज्य सरकार और पुलिस, कट्टरपंथियों पर एक्शन लेने में इतना डरती क्यों है ? कथित तौर पर, चित्रदुर्ग में जुलूस के दौरान युवकों ने फिलिस्तीन के समर्थन में नारे लगाए, जिसके बाद पुलिस ने फिलिस्तीनी झंडे जब्त किए। दावणगेरे में भी झंडे फहराए जाने से अशांति पैदा हुई। पुलिस ने इस घटना से जुड़े आठ लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। इसके अलावा, बंटवाल में एक और टकराव को पुलिस ने समय पर हस्तक्षेप कर रोका। शिमोगा जिले में "हम फिलिस्तीन के साथ खड़े हैं" संदेश वाले फ्लेक्स लगाए जाने से भी तनाव बढ़ गया है, खासकर एक धार्मिक स्थल के पास। इस पर कर्नाटक के पूर्व गृह मंत्री अरागा ज्ञानेंद्र ने कड़ी प्रतिक्रिया दी और मामले की NIA से जांच की मांग की है। उन्होंने इसे राजनीतिक रूप से प्रेरित बताते हुए चेतावनी दी कि यह दोनों समुदायों के लिए पवित्र स्थल पर अस्वीकार्य है। कर्नाटक के गृह मंत्री जी. परमेश्वर ने कहा कि फिलिस्तीनी झंडे फहराने में शामिल लोगों को गिरफ्तार किया गया है, और बच्चों को झंडे पकड़ने के लिए देने वालों के खिलाफ जांच चल रही है। उन्होंने कहा कि इस तरह के कृत्य से सांप्रदायिक तनाव बढ़ सकता है, इसलिए इसमें शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। अब यह सवाल उठता है कि कांग्रेस ने अपनी वर्किंग कमिटी (CWC) की बैठक में फिलिस्तीन के समर्थन में प्रस्ताव पारित किया था, लेकिन उसने हमास के आतंकी हमले की निंदा क्यों नहीं की? कर्नाटक में कांग्रेस सरकार के तहत जगह-जगह फिलिस्तीनी झंडे फहराए जा रहे हैं, इसके क्या मायने हैं? अगर कांग्रेस सरकार कार्रवाई कर रही है, तो ये घटनाएं लगातार क्यों हो रहीं हैं ? भारत के अंदर किसी दूसरे देश का झंडा क्यों लहराया जाए, खासकर उस देश का जो हमारे विरोधी पाकिस्तान का समर्थन करता है? फिलिस्तीन ने हमेशा कश्मीर मुद्दे पर पाकिस्तान का साथ दिया है, तो उसके झंडे फहराने का औचित्य क्या है? लेबनान में पेजर के बाद रेडियो-वॉकीटॉकी-सोलर पेनल सब फट रहा..! आतंकी हिजबुल्लाह के चीथड़े उड़े राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने उज्जैन में किया स्वच्छता मित्रों का सम्मान 'पाकिस्तान, कांग्रेस और नेशनल कांफ्रेंस एकसाथ हैं..', PAK के रक्षा मंत्री का बयान, Video