नई दिल्ली: दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की मुश्किलें खत्म होने का नाम नहीं ले रही हैं। एक ओर सिसोदिया जमानत के लिए लगातार अदालतों का दरवाजा खटखटा रहे हैं। वहीं, प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने उनकी और उनसे जुड़ी कई संपत्तियां अटैच कर लीं हैं। इस तरह दिल्ली शराब घोटाला मामले में ED अभी तक 52 करोड़ की संपत्ति अटैच कर चुकी है। यहाँ तक कि, ED ने सिसोदिया की पत्नी के नाम पर दर्ज संपत्ति भी अपने कब्जे में ले ली है। बता दें कि, दिल्ली शराब घोटाले में ED और CBI ने भी सिसोदिया पर केस दर्ज कर रखा है। CBI घोटाले के आपराधिक पहलुओं की छानबीन कर रही है, तो ईडी पैसे से संबंधित मामले पर PMLA के तहत पड़ताल कर रही है। जाँच एजेंसियों का दावा है कि शराब घोटाले में 100 करोड़ की रिश्वत दी गई है। सिसोदिया को सबसे पहले CBI ने गिरफ्तार किया था, जिसके बाद से वो तिहाड़ जेल में बंद हैं। स्पेशल और दिल्ली उच्च न्यायालय से जमानत याचिका ख़ारिज होने के बाद सिसोदिया सुप्रीम कोर्ट पहुंचे हैं। ED ने शुक्रवार (7 जुलाई) को कहा कि उसने दिल्ली आबकारी नीति से संबंधित PMLA के मामले में अरेस्ट सिसोदिया, उनकी पत्नी एवं कुछ अन्य आरोपियों की 52 करोड़ रुपये से ज्यादा की संपत्ति कुर्क कर ली है। इसके तहत 7.29 करोड़ रुपये मूल्य की अचल संपत्तियों को अटैच करने के लिए एक अस्थायी आदेश जारी किया गया है। इसमें सिसोदिया और उनकी पत्नी सीमा सिसोदिया की दो संपत्तियां, एक अन्य आरोपी राजेश जोशी (चैरियट प्रोडक्शंस मीडिया प्राइवेट लिमिटेड के डायरेक्टर) की प्रॉपर्टी और गौतम मल्होत्रा की प्रॉपर्टी शामिल हैं। ED ने कहा कि कुर्क की गई सम्पत्तियों में AAP नेता सिसोदिया की बैंक में जमा 11.49 लाख रुपये की राशि समेत, ब्रिंडको सेल्स प्राइवेट लिमिटेड (16.45 करोड़ रुपये की राशि) और अन्य सहित 44.29 करोड़ रुपये की चल संपत्ति भी शामिल है। एजेंसी ने कहा कि कुर्क की गई संपत्ति का कुल मूल्य 52.24 करोड़ रुपये है। 'वोटिंग के नाम पर तमाशा हो रहा..', बंगाल पंचायत चुनाव में दौरा करने पहुंचे गवर्नर से बोले लोग, बदमाशों ने मतपत्र में लगाई आग बैंगलोर एकता बैठक के लिए AAP को मिला कांग्रेस का निमंत्रण, लेकिन क्या 'अध्यादेश' पर बन पाएगी बात ? खालिस्तानियों के खिलाफ NIA का बड़ा एक्शन, मोस्ट वॉन्टेड लिस्ट में डाले 21 के नाम