यरूशलम: इज़राइल ने इस्लामिक आतंकी संगठन हिज़बुल्लाह के नए नेता हाशिम सैफिद्दीन को लेबनान में एक हवाई हमले में मार गिराया है। इस्लामिक आतंकी संगठन के मुखिया हसन नसरुल्लाह की मौत के ठीक एक सप्ताह बाद, सैफिद्दीन की भी इज़राइली सेना के हमले में मौत हो गई। हालांकि, अभी तक हिज़बुल्लाह और इज़राइली रक्षा बलों (IDF) की तरफ से इस बारे में कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। इज़राइली मीडिया की रिपोर्ट्स के अनुसार, शुक्रवार, 4 अक्टूबर 2024 की रात, इज़राइली वायु सेना के तीन विमानों ने बेरूत के एक रिहायशी इलाके में जोरदार हवाई बमबारी की। इस हमले में हिज़बुल्लाह का नया मुखिया हाशिम सैफिद्दीन मारा गया, जो उस समय अपने कमांडरों के साथ एक बंकर में बैठक कर रहा था। इस हवाई हमले के बाद सोशल मीडिया पर कई वीडियो सामने आए, जिनमें आग की लपटें उठती दिखाई दे रही हैं। हाशिम सैफिद्दीन कौन था? हिज़बुल्लाह का नया मुखिया हाशिम सैफिद्दीन, पिछले मुखिया हसन नसरुल्लाह का ममेरा भाई था। वह हिज़बुल्लाह के सबसे वरिष्ठ नेताओं में से एक था और हिज़बुल्लाह की शूरा कमिटी का सदस्य था, जो इस आतंकी संगठन को नियंत्रित करती है। इसके अलावा, वह हिज़बुल्लाह की एग्जीक्यूटिव कमिटी और जिहाद काउंसिल का भी प्रमुख था, जो हिज़बुल्लाह के आतंकी गतिविधियों और अन्य मामलों को देखती है। सैफिद्दीन का जन्म लेबनान में हुआ था और वह 60 वर्ष का था। सैफिद्दीन का बेटा ईरान की क़ुद्स फ़ोर्स के कमांडर कासिम सुलेमानी की बेटी से शादी कर चुका था, जो इस बात का संकेत था कि ईरान के साथ उसके गहरे संबंध थे। सैफिद्दीन हमेशा काली पगड़ी पहनता था, जो शिया इमामों की पहचान होती है, और वह खुद को पैगंबर मोहम्मद का वंशज बताता था। इस्लामिक सोशल मीडिया पर उसे 'खूंखार योद्धा' के रूप में जाना जाता था। अमेरिका ने सैफिद्दीन को 2017 में आतंकी घोषित कर दिया था। लंबे समय से उसे हिज़बुल्लाह का अगला मुखिया बनने की ट्रेनिंग दी जा रही थी, और माना जाता था कि ईरान उसे इस पद पर देखना चाहता था। लेकिन इज़राइल की हवाई कार्रवाई में उसकी मौत हो गई, जिससे हिज़बुल्लाह को बड़ा झटका लगा है। इज़राइल ने हिज़बुल्लाह के नए नेता सैफिद्दीन के मारे जाने के साथ-साथ अन्य महत्वपूर्ण आतंकियों को भी निशाना बनाया है। इज़राइली वायु सेना ने रॉकेट और मिसाइल विशेषज्ञ मुहम्मद युसूफ अनीसी को भी मार गिराया है, जो मैकेनिकल इंजीनियर था और इज़राइल पर हमले के लिए रॉकेट तैयार करता था। इसके अलावा, इज़राइल ने वेस्ट बैंक में भी बमबारी की, जहां हमास के कमांडर यासिर अब्दुलरज्जाक को निशाना बनाया गया। अब्दुलरज्जाक ने पिछले महीने इज़राइल पर हमले को अंजाम दिया था। इससे पहले भी इज़राइल ने दो दशक पहले इज़राइली सैनिकों को मारने वाले एक हमास आतंकी को ढूंढ़कर मार गिराया था। इज़राइल की ये ताज़ा कार्रवाई उस रणनीति का हिस्सा है, जिसमें वह लेबनान और गाजा में सक्रिय आतंकी संगठनों पर लगातार हमले कर रहा है। हिज़बुल्लाह और हमास जैसे संगठनों को निशाना बनाकर इज़राइल ने दिखा दिया है कि वह आतंकियों को खत्म करने के अपने अभियान में कोई रुकावट बर्दाश्त नहीं करेगा। इज़राइली सेना का मकसद इन संगठनों के प्रमुख नेताओं को खत्म करके उनकी आतंकी क्षमता को कमज़ोर करना है, ताकि भविष्य में वे इज़राइल पर हमले न कर सकें। नवरात्रि के पहले दिन महिला ने माता को चढ़ाया ऐसा चढ़ावा, देखते रह गये लोग एकमात्र कसूर- यजीदी थी, मुस्लिम नहीं..! 10 सालों तक 'इस्लामिक-स्टेट' की यौन गुलाम रही फवज़िया आज नसरल्लाह का नमाज़-ए-जनाजा, खामनेई का भाषण, क्या 'जुम्मे' को होगा इजराइल का अटैक?